
गुवाहाटी, 14 जुलाई (Udaipur Kiran) । पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (पूसीरे) ने जून 2025 के दौरान ग्राहकों की सेवा में बढ़ोतरी और रेलवे के माल राजस्व में वृद्धि के लिए कई सक्रिय उपाय किए हैं। इन पहलों का उद्देश्य माल ढुलाई लॉजिस्टिक को मजबूत करना, कार्गो आवाजाही को सुव्यवस्थित बनाना और क्षेत्रीय कृषि एवं औद्योगिक आपूर्ति श्रृंखलाओं को सहयोग करना है।
पूर्वोत्तर सीमांत रेलवेके मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (सीपीआरओ) कपिंजल किशोर शर्मा ने सोमवार को बताया है कि इस पहल के तहत, कटिहार मंडल के अंतर्गत बेंगडुबी प्रोजेक्ट मिलिट्री साइडिंग (बीपीएमएस) को 4 जून से वीपी रेकों में आवक पार्सल परिवहन के संचालन के लिए चालू किया गया। यह रणनीतिक कदम क्षेत्र में बढ़ती लॉजिस्टिक मांगों को पूरा करने में मदद करेगा। माल ढुलाई के बुनियादी ढांचे को और मजबूत करते हुए, कटिहार मंडल के अंतर्गत बालुरघाट स्टेशन द्वारा संचालित बालुरघाट के गति शक्ति मल्टी-मॉडल कार्गो टर्मिनल (जीसीटी) को 10 जून से आवक खाद्यान्न परिवहन के संचालन के लिए चालू किया गया है। इससे कृषि आधारित वस्तुओं की हैंडलिगं में उल्लेखनीय सुधार होने की उम्मीद है।
उन्होंने बताया कि बिजनेस डेवलपमेंट यूनिट (बीडीयू) पहल के तहत, पूसीरे ने जून 2025 के दौरान पर्याप्त माल ढुलाई की। विभिन्न स्थानों से लामडिंग मंडल के अधीन कुल 1,332 वैगन स्टोन चिप्स बुक किए गए, जिनमें शोखुवि से जिरनीया, आमबासा, बेलोनिया, बइरबी के लिए 294 वैगन। बिहाड़ा से जिरनीया, बेलोनिया के लिए 681 वैगन, डिटकछड़ा से जिरनीया के लिए 315 वैगन और श्रीबार और शालचापरा से जिरनीया के लिए 21 वैगन शामिल है।
सीपीआरओ ने बताया कि इस व्यापक कार्य से माल ढुलाई राजस्व में अच्छी खासी रकम प्राप्त हुई। इसके अतिरिक्त, अलीपुरद्वार मंडल के अधीन फालाकाटा और तुफानगंज स्टेशनों से मक्का के दो रेक (84 वैगन) लोड कर बानापुरा और मुजफ्फरनगर स्टेशनों को भेजे गए। इसके अतिरिक्त, धूपगुड़ी स्टेशन से 0.5 रेक (105 वैगन) आलू लोड कर जिरनीया स्टेशन भेजा गया। बीडीयू ढांचे के तहत ये लक्षित प्रयास नए परिवहन का उपयोग, टर्मिनल उपयोग को अनुकूल और ग्राहक-अनुकूल समाधान प्रदान करके माल ढुलाई व्यवसाय के विस्तार करने में पूसीरे की प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं।
पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे अपने माल ढुलाई सेवाओं और ग्राहक इंटरफेस को बेहतर बनाने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।साथ ही इस क्षेत्र के लॉजिस्टिक और आपूर्ति श्रृंखला पारिस्थितिकी तंत्र में सार्थक योगदान दे रहा है।————-
(Udaipur Kiran) / अरविन्द राय
