
गौतम बुद्ध नगर, 26 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । नोएडा एयरपोर्ट उत्तर प्रदेश में डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर का नया मानक स्थापित करने जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विजन के अनुरूप बनकर तैयार हुए एयरपोर्ट का संचालन दिसंबर तक शुरू करने की संभावना है। उत्तर प्रदेश शासन के उच्च अधिकारियों के अनुसार यह न केवल देश का सबसे आधुनिक एयरपोर्ट होगा बल्कि फ्यूचर-रेडी टेक्नोलॉजी सिस्टम से सुसज्जित डिजिटल कनेक्टिविटी का केंद्र भी बनेगा।
एयरपोर्ट ड्यूल फाइबर ऑप्टिक नेटवर्क से लैस होगा। ऐसे में इसकी डेटा कनेक्टिविटी पूरी तरह निर्बाध और सुरक्षित रहेगी। इसके दो स्वतंत्र डेटा सेंटर अलग-अलग स्थानों पर स्थापित किए जा रहे हैं। संपूर्ण एयरपोर्ट इन्फ्रास्ट्रक्चर को एकीकृत नेटवर्क से जोड़ा जाएगा। ऐसे में तेजी से कार्य हो सकेगा। एयरपोर्ट परिसर में वीडियो सर्विलांस सिस्टम लगाया गया है। ऐसे में अब सिर्फ उड़ानों का नहीं बल्कि डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर के नए युग का प्रतीक भी एयरपोर्ट बनकर उभरेगा। यह परियोजना प्रदेश को डिजिटल एविएशन नेटवर्क का प्रमुख केंद्र बनाएगी। राज्य की कनेक्टिविटी को नई ऊंचाई देने के संग, तकनीकी उत्कृष्टता, सुरक्षा और दक्षता के क्षेत्र में भारत की पहचान को भी एयरपोर्ट मजबूत करेगा।
अधिकारियों के अनुसार एयरपोर्ट में तीन प्रमुख डिजिटल कंट्रोल हब तैयार किए गए हैं। पहला एयरपोर्ट ऑपरेशंस सेंटर (एओसी) जो पूरे एयरपोर्ट का मस्तिष्क होगा। यहां से हर गतिविधि का रियल-टाइम कंट्रोल होगा। दूसरा, सिक्योरिटी ऑपरेशंस कंट्रोल सेंटर (एसओसीसी) जो एयरपोर्ट की सुरक्षा पर निरंतर नजर रखेगा। तीसरा, एयरपोर्ट इमरजेंसी ऑपरेशंस सेंटर (एईओसी) होगा जो किसी भी आपात स्थिति में तुरंत कार्रवाई सुनिश्चित करेगा। डिजिटल कनेक्टिविटी के स्तर पर एयरपोर्ट को इस तरह डिजाइन किया गया है कि वायरलेस नेटवर्क कवरेज पूरे एयरपोर्ट परिसर, रनवे और रिमोट स्टैंड्स तक विस्तृत रहेगा।
एयरपोर्ट को टेक्नोलॉजी-ड्रिवन इंफ्रास्ट्रक्चर के रूप में विकसित किया जा रहा है जो न केवल आज की जरूरतों को पूरा करेगा बल्कि भविष्य की एआई आधारित सुरक्षा और स्वचालित संचालन प्रणाली से लैस होगा। यात्रियों और स्टाफ के लिए स्मार्ट डिजिटल एक्सेस और रियल-टाइम सूचना प्रणाली भी उपलब्ध कराई जाएगी।
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(Udaipur Kiran) / सुरेश चौधरी