Uttar Pradesh

सरकार चाहे कितने भी दर्ज कराए मुकदमे, जारी रहेगी पीडीए पाठशाला

पीएडीए पाठशाला की फ़ाइल फोटो

कानपुर, 01 अगस्त (Udaipur Kiran) । सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के आवाहन पर जिन विद्यालयों को बंद किया जा रहा है। उस स्कूल के बच्चों को लेकर पीडीए पाठशाला के अंतर्गत शिक्षा दे रहे थे लेकिन शासन के दबाव में आकर खण्ड शिक्षा अधिकारी द्वारा साजिशन मुझ पर छात्रों को गुमराह करने और माहौल को खराब करने जैसे आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया गया है। अगर शिक्षा देना अपराध है। तो यह अपराध हम बार-बार करते रहेंगे। जब तक हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष की ओर से अगला फरमान नहीं आता है। तब तक अभियान जारी रहेगा। यह बातें शुक्रवार को सपा नेत्री और पूर्व विधानसभा प्रत्याशी रचना सिंह गौतम ने कही।

बिल्हौर विधानसभा की पूर्व प्रत्याशी और सपा नेत्री के खिलाफ खंड शिक्षा अधिकारी रवि कुमार सिंह ने मुकदमा दर्ज कराया है। उनका आरोप है कि रचना सिंह सरकारी विद्यालयों में जाकर बच्चों को बहका कर स्कूल जाने से रोक रहीं हैं। साथ ही स्कूलों के बाहर पीडीए पाठशाला के नाम से बैनर पोस्टर लगाकर बच्चों को शिक्षा देने की बात कर रही है। यही नहीं अभिभावकों को गलत संदेश देते हुए कह रही है कि स्कूलों को बंद किया जा रहा है। जिसे कहीं ना कहीं राइट टू एजुकेशन एक्ट का खुलेआम उल्लंघन हो रहा है।

वहीं इस पूरे मामले को लेकर सपा नेत्री ने भी अपना बयान जारी करते हुए कहा कि सरकार द्वारा सरकारी विद्यालयों को बंद किया जा रहा है। ऐसे में विद्यालय बंद होने से बच्चों का भविष्य खतरे में पड़ जाएगा। जिसके चलते पीएडीए की ओर से बच्चों के भविष्य को बचाने के लिए हम उन्हें शिक्षा प्रदान कर रहे हैं। सरकार चाहे लाख मुकदमे लिखवा ले लेकिन हम पीछे हटने वाले नहीं है।

बताते चलें कि बीती 19 जुलाई को सपा नेत्री ने बिल्हौर विकासखंड के शाहमपुर गढ़ी गांव में प्राइमरी स्कूल के बाहर पीएडीए पाठशाला लगायी थी। जिससे जुड़ा एक वीडियो अखिलेश यादव ने अपने सोशल मीडिया पर शेयर किया था।

वहीं इस पूरे मामले को लेकर अपर पुलिस उपायुक्त पश्चिम कपिल देव सिंह शुक्रवार को बताया कि बिल्हौर खण्ड शिक्षा अधिकारी द्वारा सपा नेत्री रचना सिंह गौतम के खिलाफ अरौल थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। साथ ही मामले की पड़ताल में जुट गई है।

(Udaipur Kiran) / रोहित कश्यप

Most Popular

To Top