— पीड़िता ने कोर्ट की शरण ली
मीरजापुर, 20 जून (Udaipur Kiran) । राजगढ़ थाना क्षेत्र की एक युवती के साथ सात वर्षों तक लिव-इन रिलेशनशिप में रहने के बाद गर्भवती होने पर जबरन गर्भपात करा उसे छोड़ देने वाले युवक के खिलाफ पुलिस द्वारा कार्यवाही न किए जाने से पीड़िता न्याय के लिए दर-दर भटक रही है। अंततः पीड़िता ने न्यायालय की शरण ली है और जनसुनवाई पोर्टल पर शिकायत दर्ज कर अपनी जान-माल की सुरक्षा की मांग की है।
थाना क्षेत्र के एक बाजार स्थित कपड़े की दुकान पर कार्यरत युवती से ददरा गांव निवासी युवक ने प्रेम संबंध स्थापित किया और शादी का झांसा देकर लिव-इन रिलेशनशिप में रहने लगा। दोनों के साथ रहते हुए सात साल बीत गए। इस दौरान युवती गर्भवती हो गई। आरोप है कि युवक ने गर्भपात कराया और इसके बाद उसे छोड़ दिया।
युवती ने जब राजगढ़ थाने में तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की, तो पुलिस ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया। महीनों से थाने का चक्कर काट रही पीड़िता का आरोप है कि पुलिस आरोपित से पैसे लेकर मामले को दबाने का प्रयास कर रही है। न्याय न मिलने पर पीड़िता ने केंद्रीय राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल और पुलिस अधीक्षक मीरजापुर से भी गुहार लगाई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
थक-हार कर पीड़िता ने न्यायालय की शरण ली है और एक वीडियो वायरल कर राजगढ़ पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पीड़िता ने वीडियो में कहा है कि आरोपी खुलेआम घूम रहा है और उसे लगातार धमकियां मिल रही हैं। उसने शासन-प्रशासन से न्याय दिलाने और अपनी सुरक्षा की मांग की है।
यह मामला महिला उत्पीड़न और जबरन गर्भपात जैसे गंभीर अपराध से जुड़ा होने के बावजूद अब तक कार्रवाई न होना कानून व्यवस्था पर सवाल खड़ा करता है।
(Udaipur Kiran) / गिरजा शंकर मिश्रा
