
गुवाहाटी, 27 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा द्वारा वर्ष 2024–25 में शुरू की गई महत्वाकांक्षी ‘नियुत मोइना’ योजना आज राज्य के हजारों परिवारों के लिए आशा और सशक्तिकरण का प्रतीक बन चुकी है। राज्य भाजपा ने सोमवार को यह बात कही।
भाजपा की ओर से जारी बयान में कहा गया कि इस योजना ने असम की बालिकाओं को उच्च शिक्षा प्राप्त करने और अपने सपनों को साकार करने का सुनहरा अवसर दिया है। पहले आर्थिक तंगी के कारण अभिभावक अपनी बेटियों को अच्छी शिक्षा से वंचित करने को मजबूर थे, लेकिन इस योजना ने उनके जीवन में उम्मीद की नई किरण जगाई है।
भाजपा के राज्य मुख्यालय अटल बिहारी वाजपेयी भवन से जारी बयान में पार्टी प्रवक्ता प्रांजल कलिता ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा ने राज्य की महिला शक्ति को सशक्त बनाने के लिए कई ऐतिहासिक कदम उठाए हैं। इनमें ‘अरुणोदय’ योजना, ‘मुख्यमंत्री आत्मनिर्भर अभियान’, बाल विवाह के विरुद्ध सख्त अभियान, छात्राओं को स्कूटी वितरण और सरकारी नौकरियों में महिलाओं के लिए आरक्षण जैसे कदम शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि 27 अक्टूबर से शुरू हुई ‘नियुत मोइना 2.0’ के तहत अब तक 3.5 लाख छात्राओं को चेक प्रदान किए जा चुके हैं, जबकि योजना का लक्ष्य 10 लाख लाभार्थियों तक पहुंचने का है। मुख्यमंत्री ने इस योजना के तहत गुवाहाटी के सरूसजाई स्थित अर्जुन भोगेश्वर बरुवा क्रीड़ा परिसर में आयोजित राज्य स्तरीय चेक वितरण कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
वर्ष 2024–25 में भाजपा सरकार ने 1.6 लाख छात्राओं के लिए 133 करोड़ रुपये जारी किए थे, जिससे उन्हें उच्च शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ने में मदद मिली। कलिता ने यह भी कहा कि बाल विवाह के खिलाफ कड़ा रुख अपनाकर मुख्यमंत्री ने राज्य की लाखों बेटियों को इस अभिशाप से सुरक्षा प्रदान की है।
राज्य भाजपा ने कहा कि ‘नियुत मोइना’ योजना ने बेटियों को घर-परिवार की आशा और विश्वास का थामने वाला स्तंभ बना दिया है।
(Udaipur Kiran) / श्रीप्रकाश