
नई दिल्ली, 19 सितंबर (Udaipur Kiran) । दिल्ली उच्च न्यायालय में याचिका दायर कर नीतीश कटारा हत्याकांड मामले में सजा काट रहे विकास यादव की शादी तिथि को कोर्ट में दी गयी सूचना पर सवाल खड़े किए गए हैं। जस्टिस रविंद्र डूडेजा की बेंच ने याचिका पर सुनवाई करते हुए दिल्ली पुलिस को शादी की तिथि का वेरिफिकेशन करने का निर्देश दिया है। मामले की अगली सुनवाई 9 दिसंबर को होगी।
याचिका नीतीश कटारा की मां नीलम कटारा ने दायर की है। याचिका में कहा गया है कि विकास यादव ने ज्यादा दिन तक जमानत पर रहने के लिए कोर्ट से झूठ बोला। नीतीश कटारा की ओर से पेश वकील वृंदा भंडारी ने कहा कि उसकी शादी 5 सितंबर को हुई थी, जबकि वास्तव में उसकी शादी जुलाई में हुई थी। वृंदा भंडारी ने कहा कि विकास यादव की शादी नोएडा के सेक्टर 74 में .द औरा’ फार्म हाउस में जुलाई में हुई थी। उन्होंने कोर्ट में शादी के दो फोटोग्राफ भी दिखाए।
सुनवाई के दौरान विकास यादव की ओर से पेश वकील ने इस सूचना का विरोध करते हए कहा कि जुलाई की जो फोटो दिखाई जा रही है वो विकास यादव के इंगेजमेंट की है और ये सूचना जमानत लेते समय सुप्रीम कोर्ट को भी दी गई थी। बता दें कि हाईकोर्ट ने 9 सितंबर को विकास यादव की अंतरिम जमानत बढ़ाने से इनकार कर दिया था। विकास यादव 24 अप्रैल से अंतरिम जमानत पर था।
बता दें कि 3 अक्टूबर 2016 को सुप्रीम कोर्ट ने विकास यादव की सजा घटाकर 25 साल कर दी थी। विकास यादव यूपी के बाहुबली नेता डीपी यादव का बेटा है। 17 फरवरी 2002 को नीतीश कटारा की हत्या कर दी गई थी। नीतीश कटारा का विकास यादव की बहन भारती यादव के साथ प्रेम संबंध था। यह प्रेम संबंध यादव परिवार को मंजूर नहीं था।
(Udaipur Kiran) /संजय
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(Udaipur Kiran) / प्रभात मिश्रा
