
मंदसौर , 23 सितंबर (Udaipur Kiran News) । नवरात्रि में माता के नौ स्वरूपों की पूजा आराधना की जाती है। हमारे देश की सभ्यता और संस्कृति में महिला का विशेष स्थान है। देवी शक्ति के रूप में महिलाओं को विशिष्ट स्थान प्रदान किया गया है। मंदसौर जिले की ताकतवर महिलाओं में शुमार है और हर क्षेत्र में अपना प्रतिनिधित्व बखूबी कर रही है। प्रशसानिक पद हो या राजनीतिक या पुलिस या सामाजिक इन पदों पर महिलाओं ने दबदबा देखने को मिलता है। महिला सशक्तिकरण का सबसे अच्छा उदाहरण मंदसौर में देखने को मिल रहा है। मंदसौर की महिलाएं हर क्षेत्र में आगे बढ रही है और एक आदर्श उदाहरण प्रस्तुत कर रही है।
प्रशासनिक : कलेक्टर, अपर कलेक्टर दोनों महिलाएं
मंदसौर जिले के प्रशासनिक दोनों बडे पदों पर कलेक्टर और अपर कलेक्टर पद महिलाएं पदस्थ है। कलेक्टर श्रीमती अदिती गर्ग पिछले एक वर्ष से इस जिम्मेदारी को बखूबी संभाल रही है वे सबसे ज्यादा दिनों तक महिला कलेक्टर के रूप में पदस्थी का रिकार्ड अपने नाम रखती है। वहीं अपर कलेक्टर एकता जायसवाल भी पिछले डेढ साल से इस पद पर अपनी जिम्मेदारी निभा रही है।
जिला पंचायत : अध्यक्ष, उपाध्यक्ष दोनों महिलाएं
मंदसौर जिला पंचायत पर अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद महिलाएं काबिज है। अध्यक्ष पद पर दुर्गा पाटीदार और उपाध्यक्ष पद पर मनुप्रिया यादव इस जिम्मेदारी को निभा रही है। यह भी महिला सशक्तिकरण का नायाब उदाहरण है। दोनों महिलाएं उच्च शिक्षित है।
नगर पालिका : अध्यक्ष, उपाध्यक्ष दोनों महिलाएं
मंदसौर नगर पालिका परिषद में भी महिला सशक्तिकरण देखने को मिलता है। यहां अध्यक्ष रमादेवी गुर्जर, उपाध्यक्ष नम्रता चावला काबिज है। दोनों महिलाएं नगर की जिम्मेदारी को बखूबी निभा रही है और हर कार्यक्रम में अपनी सहभागिता दर्ज करवाती है और दोनों ही महिलाएं स्व निर्णय लेने में सक्षम है।
पुलिस : एएसपी और एसडीओपी जैसी जिम्मेदारी निभा रही
पुलिस विभाग मंदसौर में यूं तो कई महिलाएं कार्यरत है लेकिन बड़े पदों पर यहां भी महिलाओं का दबदबा है। गरोठ एएसपी हेमलता कुरील और मंदसौर ग्रामीण एसडीओपी कीर्ति बघेल इस जिम्मेदारी को बखूबी निभा रही है और दोनों महिलाएं लगभग एक वर्ष से अधिक से यह जिम्मेदारियां निभा रही है।
सामाजिक : अनामिका बिना बेसहारा महिलाओं का सहारा
मंदसौर के संजीत क्षेत्र के रहने वाली अनामिका जैन मंदसौर विक्षिप्त महिला आश्रम का संचालन करती है जो कि एक बहुत बडी बात है। अनामिका जैन के आश्रम में लगभग 10 से 15 विक्षिप्त महिलाएं निवास करती है जिसका या तो कोई नहीं है या फिर उनके घर वालों से उन्हें छोड दिया है ऐसी महिलाओं का सहारा अनामिका जैन बनी है।
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(Udaipur Kiran) / अशोक झलोया
