Haryana

गुरुग्राम: एनएच-48 पर व्यवस्था का नया प्रयोग पहले दिन फेल

गुरुग्राम में एंबियंस मॉल के पास यातायात व्यवस्था के नए प्रयोग के ट्रायल रन के दौरान जाम में फंसे वाहन।

-नए प्रयोग के ट्रायल रन के पहले दिन गुरुग्राम-दिल्ली बॉर्डर पर लंबा जाम

-एक सप्ताह तक ट्रायल रन करेगी यातायात पुलिस

-एंबियंस मॉल के पास से यातायात को किया गया था डायवर्टगुरुग्राम, 9 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । यहां दिल्ली सीमा पर सरहोल बॉर्डर से ठीक पहले एंबियंस मॉल के पास यातायात पुलिस गुरुग्राम द्वारा यातायात व्यवस्था सुचारू करने के लिए एक नये प्रयोग का ट्रायल रन शुरू किया गया। एक सप्ताह तक होने वाले इस ट्रायल रन के पहले ही दिन गुरुग्राम-दिल्ली बॉर्डर पर भीषण जाम लग गया। गुरुग्राम पुलिस ने इस व्यवस्था को लेकर सुझाव भी मांगे हैं।

गुरुग्राम के शंकर चौक, उद्योग विहार व साइबर सिटी में लगातार यातायात जाम की समस्या बढ़ रही है। लोग घंटों तक यातायात जाम में फंसे रहते हैं। सुबह और शाम तो हालात बहुत ही बुरे होते हैं। इस जाम की समस्या को सुलझाने के उद्देश्य से यातायात पुलिस ने गुरुवार से नए तरीके से यातायात प्रबंधन का ट्रायल रन शुरू किया। जिस कारण हजारों वाहन यातायात जाम में फंसे नजर आए। आम तौर पर तो इस क्षेत्र में सुबह 11 बजे तक यातायात जाम खत्म हो जाता है। नई व्यवस्था के ट्रायल रन के लिए यह जाम दोपहर बाद तक जारी रहा। फिर शाम के समय भी जाम की स्थिति बन गई। जाम में फंसे वाहन चालकों ने कहा कि उन्हें नई व्यवस्था की कोई जानकाकरी नहीं थी। जिन्हें इफको चौक की तरफ जाना था, उनको एंबियंस मॉल की तरफ डायवर्ट किया गया। यातायात पुलिस की ओर से एंबियंस मॉल के पास नए बैरिकेट्स लगा दिया गया। साथ ही दिल्ली की तरफ से आने वाले वाहनों के लिए अलग लेन बना दी। यातायात पुलिस ने यह व्यवस्था इसलिए की थी कि दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेस-वे पर यात्रा करने वाले लोगों के वाहन जाम में ना फंस सकें। दिल्ली-गुरुग्राम सीमा से लेकर शंकर चौक तक यातायात पुलिस ने अतिरिक्त कर्मचारियों की तैनाती भी की।

ट्रायल रन के दौरान राष्ट्रीय राजमार्ग-48 पर सबसे दाहिनी लेन को इफको चौक व जयपुर जाने वाले वाहनों के लिए रिजर्व किया गया है। बीच की लेन को उद्योग विहार, साइबर सिटी व सिकंदरपुर की तरफ जाने के लिए रखा गया है। सबसे बाईं तरफ की लेन को एंबियंस मॉल की तरफ सर्विस रोड से जाने वाले वाहनों के लिए रखी गई है। यातायात इंचार्ज महावीर सिंह के मुताबिक यह व्यवस्था इसलिए की गई है कि यहां पर यातायात का दबाव बहुत अधिक रहता है। सप्ताह भर तक ट्रायल रन में सकारात्मक परिणाम आने पर भविष्य के लिए तय किया जाएगा। उन्होंने आमजन से भी सुझाव मांगे हैं। उन्होंने कहा कि पहले दिन की रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को सौंप दी गई है। जो भी कमियां रहीं, उनमें सुधार किया जाएगा।

(Udaipur Kiran)

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