
जैसलमेर, 13 अगस्त (Udaipur Kiran) । जिले के रामदेवरा की पवित्र और सिद्ध भूमि पर अवतरित लोकदेवता बाबा रामदेवजी ने समाज में व्याप्त कुरीतियों को समाप्त करने, सामाजिक एकता और समरसता स्थापित करने, जातीय भेद-भाव और छुआछूत को मिटाने के लिए समाज की सेवा को जीवन पर्यन्त संघर्ष किया। जिसे आज 673 वर्ष बाद भी बाबा में आस्था रखने वाले असंख्य भक्त, सेवाभावी संगठन और कार्यकर्त्ता देश के कोने कोने से आये जातरूओं की हर प्रकार से की गई सेवा को ही बाबा का महाप्रसाद मान कर निभा रहे हैं।
लोकदेवता बाबा रामदेव नेत्रकुम्भ महाजांच शिविर रामदेव जी के प्रति अटूट श्रद्धा रखने वाले जातरुओं को आंखों की जांच व उपचार के माध्यम से की गई, सक्षम संस्था और उससे जुड़े संगठनों की, एक सामूहिक भावाञ्जलि है। नेत्रकुम्भ के जरिये सनातनी आध्यात्मिक दृष्टिकोण, आधुनिक विज्ञान व नवीन तकनीकी के माध्यम से नेत्ररोग उन्मूलन और उपचार में 500 से अधिक कार्यकर्त्ताओं द्वारा सामूहिक समर्पित सेवा का भाव दर्शाया गया है।
लोकदेवता बाबा रामदेव नेत्रकुम्भ 2025 रामदेवरा मीडिया प्रभारी विजय अग्रवाल के अनुसार पूरे नेत्रकुम्भ परिसर को 7 विशाल पंडाल में विभाजित किया गया है और जिसमें प्रवेश के लिए 3 द्वार बनाये गए जिनके नाम मरु प्रदेश के लोकदेवता पाबूजी, तेजाजी ओर विश्नोई समाज के प्रवर्तक गुरु जम्भेश्वर द्वार रखे गए हैं। विस्तारित परिसर के 7 पंडाल के नाम भी बाबा रामदेव के जीवन में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले चरित्रों के नाम पर रखे गए।
एक अगस्त से आरंभ होकर 2 सितम्बर 2025 तक चलने वाले इस 33 दिवसीय नेत्ररोग महाजाँचशिविर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के दिव्यांगजनों के लिए समर्पित संगठन सक्षम संस्था ने अन्य सहयोगी संगठनों से सहयोग से एक पूरी नगरी की स्थापना रामदेवरा में जाट धर्मशाला के सामने की है। इस पूरी सेवा नगरी को सक्षम की सहयोगी संस्थाओं अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, सेवा भारती, भारत विकास परिषद, विश्व हिन्दू परिषद् , विद्या भारती, सीमाजन कल्याण समिति, राष्ट्रीय शिक्षक संघ, जन सेवा समिति जैसलमेर और राजस्थान सरकार के सहयोग से निर्मित किया गया है। इन संस्थाओं के सेवाभावी कार्यकर्त्ता 24 घण्टे अपनी सेवाएं देकर इस विश्वस्तरीय महाशिविर के कुशल संचालन में अपना योगदान दे रहे है ओर सेवा के माध्यम से पुण्य सर्जन कर रहे हैं।
आज नेत्रकुम्भ परिसर का निरीक्षण करने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्रीय कार्यवाह जसवंत सपत्नीकपहुंचे। पूर्व विधायक साँग सिंह्र व पोकरण के पूर्व ठिकानेदार कुँवर परमविजय सिंह व कामाक्षी सिंह भी माैजूद रहे।
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(Udaipur Kiran) / राजीव
