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नेतन्याहू दो बंधकों का वीडियो देख विचलित, रेडक्रॉस से किया दखल का आग्रह

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तेल अवीव, 04 अगस्त (Udaipur Kiran) । इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू गाजा में हमास के चंगुल में फंसे दो बंधकों की हालत देखकर आहत हैं। हमास के जारी वीडियो में अमानवीय स्थितियों में रखे गए बंधकों को देखकर विचलित नेतन्याहू ने अंतरराष्ट्रीय रेडक्रॉस (आईसीआरसी) से तत्काल दखल देने का आग्रह किया है।

सीएनएन चैनल की खबर के अनुसार प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हमास पर युद्धविराम समझौता न करने का आरोप लगाया है। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय रेडक्रॉस से अनुरोध किया है कि वह गाजा में बंधकों के लिए भोजन और चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराए। उन्होंने रेडक्रॉस यह आग्रह दो दुर्बल इजरायली बंधकों को दिखाने वाले वीडियो पर भड़के जनाक्रोश के बाद किया है।

तेल अवीव में शनिवार शाम हजारों प्रदर्शनकारी एक रैली में शामिल हुए। इन लोगों ने युद्ध बंद करो और किसी को भी पीछे न छोड़ो… जैसे नारे लगाए। साथ ही नेतन्याहू से समझौता करने का आह्वान किया, ताकि गाजा में बंधक बाकी लोगों की रिहाई संभव हो सके। सनद रहे पिछले सप्ताह हमास और फिलिस्तीनी इस्लामिक जिहाद जैसे चरमपंथी समूहों के जारी एक वीडियो में बंधक एव्यातार डेविड और रोम ब्रास्लाव्स्की की हालत बेहद नाजुक दिखाई दे रही थी।

इजराइल और कब्जे वाले क्षेत्रों में सक्रिय आईसीआरसी ने रविवार को कहा कि वह वीडियो से स्तब्ध है। रेडक्रॉस ने कहा कि भयावह स्थिति समाप्त होनी चाहिए। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने इजराइली बंधकों के वीडियो की निंदा की है। जर्मन चांसलर फ्रेडरिक मर्ज ने कहा है कि ये तस्वीरें दिखाती हैं कि गाजा के भविष्य में हमास की कोई भूमिका नहीं होनी चाहिए।

नेतन्याहू के कार्यालय ने रविवार को कहा कि प्रधानमंत्री ने क्षेत्र में रेडक्रॉस प्रतिनिधिमंडल के प्रमुख जूलियन लेरिसन से बात की और बंधकों के लिए तत्काल भोजन और चिकित्सा देखभाल उपलब्ध कराने में उनकी भागीदारी का अनुरोध किया। नेतन्याहू के हमास के इस दावे का खंडन किया कि क्षेत्र में भुखमरी व्याप्त है।

हमास की सैन्य शाखा अल-कस्साम ब्रिगेड्स के प्रवक्ता अबू ओबैदा ने इस सप्ताहांत कहा कि समूह जानबूझकर बंधकों को भूखा नहीं रखता है। बंधक वही खाना खाते हैं जो हमास के लड़ाके और आम जनता खाती है। ओबैदा ने कहा, भुखमरी और घेराबंदी के अपराध के बीच उन्हें कोई विशेष सुविधा नहीं दी जाएगी। हमास के राजनीतिक ब्यूरो के सदस्य इज्जत अल-रशिक ने इन तस्वीरों को गाजा में अकाल के अस्तित्व से इनकार करने वाले सभी लोगों के लिए एक निर्णायक प्रतिक्रिया बताया है।

उल्लेखनीय है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने पिछले हफ्ते चेतावनी दी थी कि जुलाई में गाजा में कुपोषण से संबंधित मौतों में तेजी से वृद्धि हुई है। यह भुखमरी के बढ़ते संकट का संकेत है। इस क्षेत्र में कुपोषण की दर खतरनाक स्तर पर पहुंच गई है। संगठन ने कहा कि गाजावासियों को वितरण स्थलों से सहायता एकत्र करते समय भी जानलेवा खतरा रहता है। गाजा में आपातकालीन और चिकित्सा सेवाओं के अनुसार, रविवार को उत्तरी गाजा में एक सहायता स्थल के पास हुई गोलीबारी में कम से कम 13 लोग मारे गए और दर्जनों घायल हो गए।

नेतन्याहू ने हमास के बंदियों की नवीनतम तस्वीरों को दुर्भावना का सबूत बताया। उन्होंने कहा, जब मैं यह देखता हूँ, तो मुझे ठीक-ठीक समझ आ जाता है कि हमास क्या चाहता है। वह कोई समझौता नहीं चाहता। वह इन भयावह वीडियो और दुनिया भर में फैलाए जा रहे झूठे और भयावह प्रचार से हमें तोड़ना चाहता है।

इस बीच इजराइल डेमोक्रेसी इंस्टीट्यूट ने कहा कि गाजा में अभी भी 50 बंधक हैं। इनमें से कम से कम 20 के जीवित होने का अनुमान है। उधर, बंधकों के परिवारों ने नेतन्याहू से बार-बार समझौता करने का आग्रह किया है और चेतावनी दी है कि केवल रेडक्रॉस की सहायता पर्याप्त नहीं होगी, और गाजा में लड़ाई का और विस्तार शेष बंधकों के जीवन को खतरे में डाल सकता है।

इजराइल के बंधक और लापता परिवार मंच ने रविवार को एक बयान में कहा, नेतन्याहू सबसे बड़ा धोखा देने की तैयारी कर रहे हैं। सैन्य जीत के जरिए बंधकों को रिहा करने के बार-बार किए जा रहे दावे झूठ और सार्वजनिक धोखाधड़ी हैं। मंच ने हमास की निंदा करते हुए कहा कि वह इस तथ्य को नहीं छिपा सकता कि वह क्रूर आतंकवादी संगठन है। उसने 660 दिन से भी ज्यादा समय से निर्दोष लोगों को असंभव परिस्थितियों में रखा है। इस पर हमास के राजनीतिक अधिकारी बासम नईम ने कहा, विनाशकारी मानवीय स्थिति में उल्लेखनीय सुधार लाना और दुश्मन से लिखित समझौता प्राप्त करना हमास की प्राथमिकता है। बातचीत पर वापस लौटने के लिए यह एक शर्त है।

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(Udaipur Kiran) / मुकुंद

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