

धमतरी, 20 सितंबर (Udaipur Kiran) ।वनांचल क्षेत्र के कई गांव आज भी बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं से वंचित हैं। धमतरी जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अकलाडोंगरी पर 20 से अधिक गांवों की जिम्मेदारी है, लेकिन यहां एंबुलेंस चालक न होने से मरीजों को समय पर उपचार नहीं मिल पा रहा। ऐसे में मरीजों को स्वयं वाहन की व्यवस्था करनी पड़ती है। शनिवार को अकलाडोंगरी स्वास्थ्य केंद्र में एंबुलेंस ड्राइवर न होने से घायल महिला को निजी वाहन से ले जाना पड़ा।20 सितंबर को शासकीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अकलाडोंगरी से उपचार कराकर घर लौट रहे दंपत्ति की बाइक कोड़ेगांव (माल) पहाड़ी के पास अनियंत्रित होकर गिर गई। दुर्घटना में लता मंडावी घायल हो गईं। घटना के बाद उनके पति शंकरलाल मंडावी ने एंबुलेंस बुलाने के लिए टोल फ्री नंबर पर फोन लगाया, लेकिन जवाब मिला कि स्वास्थ्य केंद्र में एंबुलेंस तो मौजूद है, मगर ड्राइवर नहीं है। मजबूरी में परिजनों को निजी वाहन की तलाश करनी पड़ी।
इसी दौरान आड़ेकोना के प्रधान पाठक राजेश यादव, संकुल समन्वयक नीलम कौशल और शिक्षक मदनलाल साहू मौके से गुजर रहे थे। उन्होंने तत्काल सहयोग करते हुए घायल महिला को निजी वाहन से अस्पताल पहुंचाया। पहले रानी दुर्गावती सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, चारामा में प्राथमिक उपचार किया गया, जिसके बाद लता मंडावी को जिला अस्पताल कांकेर रेफर किया गया।घटना के दौरान महिला के पुत्र रतिराम मंडावी, दिलेश्वर मंडावी समेत लोचन नेताम, द्वारिका यादव और मनीष मंडावी ने भी सहयोग किया।
20 से अधिक गांव प्रभावित:
ग्रामीणों का कहना है कि वनांचल के कई गांव अब भी बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं से वंचित हैं। सिग्नल न मिलने से आपात स्थिति में एंबुलेंस से संपर्क नहीं हो पाता। अकलाडोंगरी स्वास्थ्य केंद्र पर 20 से अधिक गांवों की स्वास्थ्य सेवाओं की जिम्मेदारी है, लेकिन एंबुलेंस ड्राइवर न होने के कारण मरीजों को समय पर सुविधा नहीं मिलती। ग्रामीणों ने बताया कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर ड्यूटी में लापरवाही और प्रशासन की उदासीनता से अक्सर मरीजों की जान जोखिम में पड़ जाती है। मजबूरी में लोगों को निजी वाहन का सहारा लेना पड़ता है। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि केंद्र में जल्द से जल्द नियमित एंबुलेंस चालक की नियुक्ति की जाए, ताकि आपात स्थिति में मरीजों को समय पर उचित इलाज मिल सके।
ये गांव हैं अकलाडोंगरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर आश्रित:
ग्राम चिखली, माटेगहन, कोलियारी (नया), तिर्रा, अकलाडोंगरी कोलियारी (पुराना), कोड़ेगांव (माल), कादोगांव, कोड़ेगांव (आर), आड़ेकोना, सटियारा, पंडरीपानी, कोसमी, मालगांव, बारगरी, भिड़ा, मोंगरागहन सहित अनेक गांव अकलाडोंगरी स्वास्थ्य केंद्र पर ही निर्भर हैं।
(Udaipur Kiran) / रोशन सिन्हा
