
–हिन्दू आध्यात्मिक एवं सेवा संस्थान की ओर से शिक्षक कार्यशाला आयोजित
प्रयागराज, 24 सितम्बर (Udaipur Kiran News) । हिन्दू आध्यात्मिक एवं सेवा संस्थान, प्रयागराज की ओर से बृज बिहारी स्कूल, शिवकुटी में शिक्षक कार्यशाला आयोजित की गई। इस मौके पर बीएचयू के पूर्व कुलपति प्रो गिरीश चंद्र त्रिपाठी ने सांस्कृतिक एवं नैतिक प्रशिक्षण पहल फाउंडेशन (आईएमसीटीएफ) की भूमिका और इसके उद्देश्य पर विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि देश की सामाजिक एवं सांस्कृतिक विरासत को सहेज कर रखने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि शिक्षकों के लिए कार्यशालाओं का आयोजन हिन्दू आध्यात्मिक एवं सेवा संस्थान के तहत किया जा रहा है। यह एक ऐसा संगठन है जो भारत की एक यथोचित छवि बनाने और उसकी गलत धारणाओं को दूर करने का प्रयास कर रहा है। शिक्षकों को इस संगठन की कार्यशालाओं में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है, जो शिक्षकों को उनकी भूमिकाओं को बेहतर बनाने और राष्ट्र के विकास में योगदान करने के लिए प्रेरित करेगी। कार्यशाला के माध्यम से शिक्षकों को भारतीय संस्कृति और विरासत, शिक्षकों को भारतीय संस्कृति, इतिहास और परम्पराओं के बारे में जानकारी देना है।
एचएसएसएफ पूर्वी उत्तर प्रदेश के क्षेत्र संयोजक और वरिष्ठ प्रचारक अमरनाथ ने कहा कि हिन्दू आध्यात्मिक एवं सेवा संस्थान छह सिद्धांतों को लेकर कार्य कर रहा है। जिसमें वन एवं वन्य जीव का संरक्षण, पारिस्थितिकी संरक्षण, पर्यावरण संरक्षण, पारिवारिक एवं मानवीय मूल्यों की अभिवृद्धि, नारी सम्मान और राष्ट्रभक्ति भाव जागरण आदि शामिल हैं।
मेजर जनरल धर्मराज राय ने कहा कि पेड़ पौधों और वन्य जीवों के प्रति सम्मान, सभी प्राणी प्रजाति और वनस्पति के लिए सम्मान, धरती माता, नदियों एवं प्रकृति के प्रति सम्मान, माता पिता, शिक्षकों एवं अपने से बड़ों के प्रति सम्मान, बालिकाओं एवं मातृत्व का सम्मान, राष्ट्र एवं राष्ट्रीय वीर योद्धाओं के प्रति सम्मान का भाव जागृत करना है।
इस मौके पर प्रो गिरीश चंद्र त्रिपाठी, वरिष्ठ प्रचारक अमरनाथ, मेजर जनरल धर्मराज राय, एस के तिवारी और संजय शुक्ला को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन हिन्दू आध्यात्मिक एवं सेवा संस्थान के सचिव प्रधानाचार्य युगल किशोर मिश्रा ने किया। स्वागत भाषण सत्यव्रत मिश्रा का रहा। इस मौके पर बीबीएस के प्रबंधक रणजीत सिंह, अनिरुद्ध ओझा, मानव चौरसिया, नागेंद्र जायसवाल, अरुण दुबे, भोला तिवारी आदि रहे। आभार ज्ञापन रणजीत सिंह ने किया।
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(Udaipur Kiran) / विद्याकांत मिश्र
