
कांकेर/रायपुर, 19 अगस्त (Udaipur Kiran) । छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में परतापुर एरिया कमेटी से जुड़े नक्सलियों ने छोटेबेठिया थाना क्षेत्र के बिनागुंडा गांव में बीती रात एक आदिवासी युवक को कथित जन अदालत लगाकर पुलिस का मुखबिर बताकर मौत के घाट उतार दिया। मृतक युवक का नाम मनेश नुरुटी है। नक्सलियों ने घटनास्थल पर बैनर लगाकर हत्या की जिम्मेदारी ली और बिनागुंडा सरपंच समेत कई ग्रामीणों को धमकी भी दी। बैनर में चेतावनी दी गई है कि पुलिस का साथ देने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। इस घटना के बाद पूरे इलाके में दहशत का माहौल है।
आज (मंगलवार) सुबह नक्सलियों ने परतापुर थाना इलाके में बैनर लगाकर यह जानकारी दी। जानकारी के अनुसार सोमवार की रात बिनागुंडा गांव के मनेश नुरुटी पर नक्सलियों ने पुलिस के लिए मुखबरी करने का आरोप लगा उसके घर से उठाकर गांव के बीच ले गए। जहां ग्रामीणों को इकट्ठा कर कथित जन अदालत में माओवादियों ने दो आदिवासी युवकों की पिटाई की। उनपर पुलिस को जानकारी देने और माओवादी गतिविधियों के बारे में सूचना देने का आरोप लगा मनेश नुरुटी को मौत के घाट उतार दिया। माओवादियों की परतापुर एरिया कमेटी ने इस हत्याकांड की जिम्मेदारी लेते हुए पखांजूर थाना के प्रभारी लक्षण केंवट और अन्य पुलिस अधिकारियों पर आदिवासियों को गोपनीय सैनिक के रूप में काम कराने का आरोप लगाया है।
नक्सलियों ने कोंगे पंचायत के सरपंच रामजी धुर्वा, डीआरजी के जोयो, बुद्धु, आयतू, टुब्बा कोरेटी, धनी और अर्जून ताती को चेतावनी देते हुए उन्हें मौत की सजा देने की धमकी दी है।
(Udaipur Kiran) / केशव केदारनाथ शर्मा
