

गोरखपुर, 20 सितंबर (Udaipur Kiran News) । डी.डी.यू. गोरखपुर विश्वविद्यालय के सांस्कृतिक क्लब “तरंग” के तत्वावधान में शनिवार “नवरंग गरबा महोत्सव” का शुभारंभ विश्वविद्यालय के खेल मैदान में हुआ। इस अवसर पर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. पूनम टण्डन की अध्यक्षता सुनिश्चित थी किंतु कुछ तात्कालिक कार्यों से उनका सहभाग न हो सका। गोरखपुर नगर के महापौर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव ने आभासी माध्यम से अपनी शुभकामना प्रेषित की। कार्यक्रम का शुभारंभ अधिष्ठाता, कला संकाय प्रो राजवंत राव, निदेशक, तरंग प्रो ऊषा सिंह, डॉ अमोद कुमार राय तथा प्रशिक्षिका अर्पिता उपाध्याय के द्वारा दीप प्रज्ज्वलन कर किया गया।
कार्यक्रम के उद्घाटन में प्रो. ऊषा सिंह ने अपने उद्बोधन में कहा कि सांस्कृतिक कार्यक्रम विद्यार्थियों की ऊर्जा, रचनात्मकता और सामूहिकता की भावना को सशक्त करते हैं। उन्होंने कहा कि गरबा नृत्य भारतीय परंपरा का एक जीवंत प्रतीक है, जो लोक संस्कृति को नई पीढ़ी से जोड़ता है।
अपने संबोधन में उन्होंने आगे कहा कि इस प्रकार के सांस्कृतिक आयोजन न केवल विद्यार्थियों के व्यक्तित्व विकास में सहायक होते हैं बल्कि भारतीय संस्कृति और परंपराओं के संवर्धन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
सह निदेशक डॉ आमोद ने कहा कि नवरंग गरबा महोत्सव विश्वविद्यालय परिवार के लिए उल्लास और सांस्कृतिक समृद्धि का अवसर है। उन्होंने उपस्थित अतिथियों, शिक्षकों और छात्रों का आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम में विद्यार्थियों और शिक्षकों की बड़ी संख्या में उपस्थिति रही। डॉ प्रदीप साहनी, डॉ गौरी शंकर चौहान, डॉ शैलेश सिंह, डॉ रजनीश सिंह, डॉ तूलिका मिश्रा, डॉ वंदना सिंह, डॉ प्रतिमा जायसवाल, डॉ प्रियंका गौतम, डॉ दीपा श्रीवास्तव, डॉ रमेश, डॉ प्रदीप राजौरिया, प्रेम पराया सहित अभिषेक, शुभम आदि उपस्थित थे।
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(Udaipur Kiran) / प्रिंस पाण्डेय
