
जम्मू, 21 सितंबर (Udaipur Kiran News) । नटरंग ने अपने लोकप्रिय संडे थिएटर श्रृंखला के तहत रानी पार्क, जम्मू में हिंदी नाटक मेरी विरासत मेरा गर्व का मंचन किया। जम्मू-कश्मीर राज्य पुरस्कार प्राप्त व राष्ट्रीय फेलोशिप होल्डर पवन वर्मा द्वारा लिखित और वरिष्ठ रंग निर्देशक नीरज कांत द्वारा निर्देशित इस नाटक ने जम्मू की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर, भाषा, कला और स्मारकों के संरक्षण की आवश्यकता पर जोर देते हुए दर्शकों को याद दिलाया कि यही किसी समुदाय की असली पहचान और गर्व है।
नाटक की शुरुआत कलाकारों द्वारा विरासत और संस्कृति बचाने के नारे लगाने से हुई। कथावाचक ने उनकी जिज्ञासा जाननी चाही तो कलाकारों ने बताया कि उनका उद्देश्य समाज में सांस्कृतिक संरक्षण को लेकर जागरूकता फैलाना है। आगे की कहानी ऐतिहासिक मुबारक मंडी महल के इर्द-गिर्द घूमती है, जहां एक युवती ने महल का रूप धरकर उसकी जर्जर स्थिति पर दुख जताया, साथ ही चल रहे पुनर्निर्माण कार्यों से उम्मीद भी व्यक्त की। उसकी भावुक अपील से प्रेरित होकर युवाओं ने धरोहर बचाने का संकल्प लिया।
इसके बाद एक कक्षा का दृश्य दिखाया गया, जिसमें शिक्षक ने विद्यार्थियों को समझाया कि आधुनिक चीज़ें जैसे बाइक या मोबाइल पहचान नहीं होतीं, बल्कि असली पहचान भाषा, संस्कृति और विरासत से होती है। उन्होंने बसोहली मिनिएचर पेंटिंग्स और 1500 साल पुराने लोकनृत्य कुड की विशेषताओं पर प्रकाश डाला। नाटक का समापन इस संदेश के साथ हुआ कि भाषा, संस्कृति, कला, नृत्य और स्मारक हमारी सच्ची धरोहर हैं और इन्हें सुरक्षित रखना न केवल जिम्मेदारी है, बल्कि गर्व की बात भी है। इस प्रस्तुति में नीरज कांत, पवन वर्मा, कार्तिक कुमार, कननप्रीत कौर, वंदना ठाकुर, कुशल भट, आर्यन शर्मा और हर्ष दिव्यान सिंह ने प्रभावशाली अभिनय किया।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा
