
जोधपुर, 27 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । साहित्य अकादमी जेएनवीयू के राजस्थानी विभाग एवं रम्मत संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में राजस्थानी भाषा-साहित्य के ख्यातनाम रचनाकार करणीदान बारहठ जन्मशती समारोह पर 29-30 अक्टूबर को दो दिवसीय राष्ट्रीय राजस्थानी संगोष्ठी का आयोजन नया परिसर भाषा प्रकोष्ठ स्थित राजस्थानी सभागार में किया जाएगा।
राष्ट्रीय राजस्थानी संगोष्ठी के संयोजक डॉ. गजेसिंह राजपुरोहित ने बताया कि संगोष्ठी का उद्घाटन ख्यातनाम कवि-आलोचक प्रोफेसर (डॉ.) अर्जुनदेव चारण की अध्यक्षता, प्रतिष्ठित रचनाकार मधु आचार्य के मुख्य आतिथ्य एवं कलां संकाय अधिष्ठाता प्रोफेसर (डॉ.) मंगलाराम बिश्नोई के विशिष्ट आतिथ्य में होगा। इस अवसर पर साहित्य अकादमी के उप सचिव देवेन्द्र कुमार देवेश स्वागत उद्बोधन देंगे। संगोष्ठी जेएनवीयू के कुलपति प्रोफेसर (डॉ.) पवन कुमार शर्मा के नेतृत्व में होगी।
विभिन्न तकनीकी सत्र
दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी में रामस्वरूप किसान, डॉ.मदन सैनी, मीठेश निर्मोही, डॉ. गजेसिंह राजपुरोहित एवं डॉ. राजेन्द्र बारहठ की अध्यक्षता में आयोजित विभिन्न साहित्यिक सत्रों में प्रतिष्ठित विद्वान डॉ. सत्यनारायण सोनी, विजय बारहठ, डॉ. सतपालसिंह खाती, संजय पुरोहित, डॉ. कृष्ण कुमार आशु, संतोष चौधरी, हरीश बी. शर्मा, डॉ. शिवराज भारतीय, डॉ. प्रकाशदान चारण एवं राम पांचाल अपने आलोचनात्मक शोध आलेख प्रस्तुत करेंगे। डॉ. धनंजया अमरावत, डॉ. मीनाक्षी बोराणा, डॉ. रामरतन लटियाल, डॉ. इन्द्रदान चारण एवं डॉ. जितेन्द्रसिंह साठिका संगोष्ठी के विभिन्न सत्रों का संयोजन करेंगे। समापन समारोह प्रतिष्ठित कवि-आलोचक डॉ.मंगत बादल की अध्यक्षता एवं जेएनवीयू में कलां संकाय के पूर्व अधिष्ठाता प्रोफेसर (डॉ.) केएल रैगर के मुख्य आतिथ्य में 30 अक्टूबर को दोपहर तीन बजे सम्पन्न होगा। इस अवसर पर राजस्थानी विभागाध्यक्ष डॉ.गजेसिंह राजपुरोहित आभार व्यक्त करेंगे।
(Udaipur Kiran) / सतीश
