
जयपुर, 19 अगस्त (Udaipur Kiran) । जोरावर सिंह गेट स्थित राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान (एनआईए) को एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि प्राप्त हुई है। संस्थान को हाल ही में 36वां देहदान प्राप्त हुआ। यह देहदान शहर के समाजसेवी निर्मल पिपाड़ा ने अपनी पत्नी अरुणा जैन (आयु 67 वर्ष) का किया। उल्लेखनीय है कि यह देहदान जैन सोशल ग्रुप (जेएसजी) सेंट्रल संस्थान की प्रेरणा और सहयोग से सम्पन्न हुआ तथा समूह का यह 300वां देहदान भी रहा।
देहदान को लेकर आयोजित विशेष कार्यक्रम में संस्थान के कुलपति प्रो. संजीव शर्मा ने कहा कि देहदान करना किसी भी व्यक्ति के लिए अत्यंत साहसिक और प्रेरणादायी कदम है। यह निर्णय आसान नहीं होता, लेकिन समाज और आने वाली पीढ़ियों के लिए इसका महत्व अतुलनीय है। उन्होंने कहा कि मानव शरीर को समझे बिना चिकित्सा अधूरी है और चिकित्सा शिक्षा में देहदान की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। विद्यार्थियों को देहदान के माध्यम से शरीर की अंग प्रणाली, संरचना और कार्यप्रणाली का गहन ज्ञान प्राप्त होता है। इसका सीधा लाभ सर्जरी और शोध कार्यों में होता है।
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(Udaipur Kiran)
