
नारनाैल, 12 जुलाई (Udaipur Kiran) । जिले के दौचाना गांव में एक बड़ा जल संग्रहण टैंक बनाया गया है। राजस्थान की सीमा से सटे इस क्षेत्र में अब ‘हर खेत को पानी’ का सपना साकार होगा। यह टैंक लगभग पांच एकड़ क्षेत्र में फैला है और 15 फीट गहरा है। इसकी क्षमता लगभग 74.29 मिलियन लीटर है तथा यह 307 एकड़ कृषि भूमि को सिंचाई सुविधा प्रदान करेगा।
लगभग एक करोड़ 25 लाख रुपये की लागत से तैयार यह परियोजना सिर्फ पानी जमा करने का साधन नहीं बल्कि पूरे गांव की आर्थिक स्थिति में अभूतपूर्व बदलाव लाने का जरिया बनेगी। यह टैंक दौचाना डिस्ट्रीब्यूटर से जुड़ा हुआ है जिससे जल की निरंतर आपूर्ति सुनिश्चित होगी। इसकी सीमेंटेड तली और चारों दीवारें इसे मजबूत और टिकाऊ बनाती हैं। सुरक्षा के दृष्टिगत चारों ओर की दीवार पर तारों की फेंसिंग की गई है।
शनिवार को सिंचाई विभाग के एक्सईएन संदीप नाशियर ने बताया कि खेतों तक पानी पहुंचाने के लिए पाइपलाइन नेटवर्क बिछाने का कार्य भी लगभग 80 प्रतिशत पूरा हो चुका है। इससे यह सुनिश्चित होगा कि चाहे खेत पास हों या दूर, हर किसान को समय पर और पर्याप्त सिंचाई मिलेगी। इस योजना का उद्देश्य प्रति बूंद अधिक से अधिक फसल लेना है। यहां पर एक कंट्रोल रूम बनेगा। इस कंट्रोल रूम से अलग-अलग लाइनों के लिए निर्धारित समय के तहत पानी छोड़ा जाएगा।
किसान अपने खेत में माइक्रो इरीगेशन प्रणाली के जरिए सिंचाई करेंगे। उन्होंने बताया कि विभाग ने किसानों के उत्थान और कृषि विकास को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। अटल भूजल योजना इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। दौचाना गांव का यह मॉडल न केवल जल संरक्षण का एक उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत करेगा बल्कि यह भी दिखाएगा कि कैसे सुदृढ़ नीति और प्रभावी कार्यान्वयन से ग्रामीण क्षेत्रों की तस्वीर और तकदीर दोनों बदली जा सकती हैं।
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(Udaipur Kiran) / श्याम सुंदर शुक्ला
