
नारनौल में ड्रोन फ्लाइंग का कार्य हुआ पूरा
नारनौल, 12 सितंबर (Udaipur Kiran) । भूमि लेनदेन को और अधिक पारदर्शी, कुशल व विवाद-मुक्त बनाने के लिए सरकार ने पेपरलेस रजिस्ट्रेशन का सिस्टम तैयार कर लिया है। जल्द ही जमीन की रजिस्ट्रेशन का काम आनलाइन हो जाएगा। ऐसे में राजस्व विभाग के सभी अधिकारी इसके लिए तैयार रहे। यह निर्देश भू-अभिलेख विभाग के निदेशक यशपाल यादव ने शुक्रवार को लघु सचिवालय में राजस्व विभाग के अधिकारियों की बैठक में दिए। इस दौरान उपायुक्त कैप्टन मनोज कुमार भी मौजूद रहे।उन्होंने कहा कि राजस्व से संबंधित सेवाओं में और अधिक पारदर्शिता लाने व सेवाओं की समयबद्ध डिलीवरी के हरियाणा सरकार नई तकनीक व आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) की मदद लेगी।
राज्य में इस प्रणाली के लागू होने पर नागरिक जमीन की रजिस्ट्री के लिए ऑनलाइन अपॉइंटमेंट बुक कर सकते हैं और दस्तावेजों की ऑनलाइन जांच करवा सकते हैं। लोगों को विलेख पंजीकरण के लिए तहसील कार्यालयों में बार-बार जाने की आवश्यकता समाप्त हो जाएगी और प्रक्रिया में लगने वाला समय कम होगा। उन्होंने बताया कि राज्य में स्टीक पैमाइश के लिए 300 रोवर सभी जिलों को दिए गए हैं। जिला महेंद्रगढ़ को 12 रोवर दिए गए है। तकनीक व एआई की मदद से अब जमीन की पैमाइश में पारदर्शिता आएगी। उन्होंने चकबंदी कार्यों की समीक्षा भी की। इसके अलावा ततीमा कार्य की प्रगति, तकसीम (विभाजन) कोर्ट केस तथा निशानदेही के कार्यों की समीक्षा भी की। उन्होंने बताया कि हरियाणा के तीन शहरों का स्थानिक ज्ञान-आधारित भू-सर्वेक्षण (नक्शा) तैयार किया जाएगा। इसमें प्रायोगिक तौर पर नारनौल, पंचकूला और मानेसर को शामिल किया गया है। नारनौल में ड्रोन फ्लाइंग का कार्य पूरा हो चुका है। इसके बाद प्रॉपर्टी के झगड़े कम होंगे तथा शहरी स्थानीय निकाय विभाग को राजस्व भी प्राप्त होगा। उन्होंने बताया कि भविष्य में पैमाइश के आवेदन भी आनलाइन होंगे। राजस्व अधिकारी द्वारा बंटवारे की सूचना पोर्टल पर अपलोड होते ही सभी पड़ोसियों को भी सूचना जाएगी। इस प्रकार सभी को ऑनलाइन समन होंगे ताकि समय की बचत हो।
इस बैठक में एसडीएम नारनौल अनिरुद्ध यादव, जिला नगर आयुक्त रणवीर सिंह तथा डीआरओ राकेश कुमार के अलावा अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।
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(Udaipur Kiran) / श्याम सुंदर शुक्ला
