
नारनौल, 9 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय (हकेवि), महेंद्रगढ़ ने टाइम्स हायर एजुकेशन की विश्वविद्यालय रैंकिंग में दुनिया के 1001-1200 वैश्विक संस्थानों की सूची में शामिल होने का गौरव प्राप्त हुआ है। हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय को इस रैंकिंग में देश के 128 भारतीय विश्वविद्यालयों में राष्ट्रीय स्तर पर 44वां स्थान प्राप्त किया। दिलचस्प बात यह है कि हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय पहली बार इस रैंकिंग में शामिल हुआ और एक बड़ी छलांग के साथ देश के श्रेष्ठ संस्थानों की सूची में खुद को शामिल करने में कामयाब हुआ है।
हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोे. टंकेशवर कुमार ने गुरुवार को इस उपलब्धि के लिए विश्वविद्यालय के सभी शिक्षकों एवं विद्यार्थियों को बधाई देते हुए कहा है कि यह विश्वविद्यालय के लिए गौरव की बात है कि विश्वविद्यालय को पहले ही प्रयास में टाइम्स हॉयर एजुकेशन रैंकिंग में दुनिया भर के शिक्षण संस्थानो में 1001-1200 वैश्विक संस्थानों की सूची में शामिल होने व देश के 128 राष्ट्रीय स्तर के शिक्षण संस्थानों में 44वां स्थान हासिल हुआ है। उन्होंने बताया कि वैश्विक गुणवत्ता अनुसंधान में विश्वविद्यालय को 781वां स्थान प्राप्त हुआ है। कुलपति ने कहा कि विश्वविद्यालय उत्कृष्टता की और अग्रसर है। हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय देश का प्रतिष्ठित केंद्रीय विश्वविद्यालय बने इस दिशा में ही निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं।
विश्वविद्यालय के समकुलपति प्रो. पवन कुमार शर्मा ने कहा कि विश्वविद्यालय ने शोध की गुणवत्ता के मानदंड में वैश्विक स्तर पर 781वां स्थान प्राप्त किया है, जो शोध और नवाचार पर हमारे रणनीतिक फोकस को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यह शोध उपलब्धि महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय एक उत्कृष्ठ शोध शिक्षण संस्थान के रूप में उभर रहा है। कुलसचिव प्रो. सुनील कुमार ने कहा कि विश्वविद्यालय सभी के सामूहिक प्रयासों से विश्वविद्यालय इस उपलब्धि को हासिल कर सका है।
आईक्यूएसी के निदेशक प्रो. सुरेंद्र सिंह ने कहा है कि अपने पहले ही प्रयास में 1001-1200 वैश्विक बैंड में शामिल होना विश्वविद्यालय की बड़ी उपलब्धि है। राष्ट्रीय स्तर पर 44वें स्थान पर आना सीयूएच की गुणवत्ता संस्कृति, शोध क्षमता, दूरदर्शी नेतृत्व और शैक्षणिक अखंडता का प्रमाण है। विश्वविद्यालय के सभी शिक्षकों ने इसका श्रेय कुलपति प्रो. टंकेशवर कुमार को दिया, जिन्होंने अकादमिक उत्कृष्टता के लिए प्रोत्साहित करने वाले वातावरण को निर्माण किया व शिक्षकों एवं विद्यार्थियों के लिए सुविधाएं विकसित कर। इसी का परिणाम है कि अब विश्वविद्यालय को अंतरराष्ट्रीय स्तर की पहचान मिल रही है।
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(Udaipur Kiran) / श्याम सुंदर शुक्ला
