
जबलपुर, 06 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले में स्थित विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल भेड़ाघाट की संगमरमरी वादी में आयोजित दो दिवसीय नर्मदा महोत्सव में आज दूसरे दिन सोमवार की रात शरद पूर्णिमा के अवसर पर सुर और ताल के साथ आध्यात्म, संस्कृति और प्रकृति का अनूठा संगम देखने को मिलेगा। इस प्रतिष्ठित मोहत्सव में आज प्रसिद्ध भजन गायिका मैथिली ठाकुर और लखबीर सिंह लख्खा भजनों की प्रस्तुतियां देंगे।
निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार, नर्मदा महोत्सव में आज की सांस्कृतिक संध्या में शाम 7.30 बजे संस्कार भारती जबलपुर की ओर से कमलेश यादव एवं उनके समूह द्वारा वीरांगना रानी दुर्गावती पर केंद्रित नृत्य नाटिका प्रस्तुत की जाएगी। इसके बाद रात 7.45 बजे राजस्थान के जवाहर नाथ ग्रुप द्वारा चरी और घूमर नृत्य प्रस्तुत किये जायेंगे। रात 8.05 बजे से मधुबनी की मैथिली ठाकुर तथा रात 9 बजे से पंजाब के लखवीर सिंह लक्खा द्वारा भजनों का गायन होगा।
जनसम्पर्क अधिकारी आनंद जैन ने जानकारी देते हुए बताया कि इन सांस्कृतिक कार्यक्रमों के मुख्य अतिथि प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह होंगे। प्रदेश के संस्कृति एवं पर्यटन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) धर्मेंद्र सिंह लोधी की अध्यक्षता में आयोजित इस कार्यक्रम में सांसद आशीष दुबे, विधायक नीरज सिंह एवं डॉ अभिलाष पांडे, जबलपुर के महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू एवं भेडाघाट नगर परिषद के अध्यक्ष चतुर सिंह विशिष्ट के रूप में मौजूद रहेंगे।
मध्य प्रदेश पर्यटन बोर्ड, जबलपुर पुरातत्व पर्यटन एवं संस्कृति परिषद द्वारा जिला प्रशासन, जिला पंचायत, नगर निगम जबलपुर, नगर परिषद भेड़ाघाट एवं जबलपुर विकास प्राधिकरण के सहयोग से शरद पूर्णिमा के अवसर पर आयोजित दो दिवसीय नर्मदा महोत्सव नर्मदा महोत्सव का यह लगातार 22वां वर्ष है। इसका रविवार देर शाम आगाज हो चुका है। पहले दिन की सांस्कृतिक संध्या का मुख्य आकर्षण पुरी की प्रसिद्ध भजन गायिका अभिलिप्सा पांडा के शिव भजन रहे। उन्होंने अपने भजनों की शुरुआत तू क्या भोले को चढायेगा, भोला सबको देता है से की। अभिलिप्सा का दूसरा भजन मॉ दुर्गा की उपासना में तेरी जमीं तेरा सारा जहां है, तू जीवन में लाये उजाला था। इसके बाद उन्होंने महादेव को समर्पित सबसे पसंदीदा भजन हर हर शंभु … गाकर पूरे वातावरण को भक्तिमय कर दिया और श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। इसके बाद अभिलिप्सा ने कई और भजन प्रस्तुत किये।
(Udaipur Kiran) तोमर
