
कोलकाता, 21 जून (Udaipur Kiran) ।विश्व संगीत दिवस के मौके पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपनी रचनात्मक प्रतिभा का फिर एक बार प्रदर्शन किया है। उन्होंने खुद एक नया गीत लिखा और उसे संगीतबद्ध किया, जिसका शीर्षक है – ‘मैं संगीत पिपासु’। इस गीत को मशहूर संगीत निर्देशक और गायक जीत ने अपनी आवाज़ दी है।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने तीन मिनट तीन सेकेंड के इस म्यूजिक वीडियो को अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर साझा किया। वीडियो के साथ उन्होंने लिखा, “संगीत दिवस के अवसर पर आप सभी को मेरी हार्दिक शुभकामनाएं और अभिनंदन। सुरों की मधुरता से सभी के दिलों में जीवन का संचार हो।”
इस संगीत वीडियो की शुरुआत होती है इन पंक्तियों से – “मैं संगीत पिपासु, मैं संगीत को प्रेम करती हूं।”
इसमें ममता बनर्जी के लिखे शब्दों और उनके दिए सुरों के साथ जीत की आवाज़ एक सुंदर संगम बनाते हैं। गाने के बोलों में मुख्यमंत्री के जीवन और उनके कार्य के प्रति समर्पण की झलक भी मिलती है। गीत के एक अंश में वह लिखती हैं –
“मेरी हंसी की गूंज में बजता है कीर्तन,
मेरे कार्य में सुनाई देता है डोला का गान,
मेरे मन के मंदिर में है एक यज्ञशाला,
मुझे काम से प्रेम है, वह है मेरी कर्मशाला,
मेरे हृदय में संगीत बहता है अमृत-सा,
मेरे हृदय की पिपासा से झरता है संगीत-सुधा।”
वीडियो में सिर्फ गीतकार, सृजनकर्ता और गायक को नहीं दर्शाया गया है, बल्कि बंगाल की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को भी दिखाया गया है। कहीं बाउल संगीत, कहीं छऊ नृत्य और कहीं धामसा-मादल की ताल इसे एक रंगीन और भावनात्मक प्रस्तुति बनाती है।
यह पहला मौका नहीं है जब ममता बनर्जी ने संगीत के क्षेत्र में अपनी अभिरुचि दिखाई हो। वह पहले भी कई गीत लिख चुकी हैं, उनमें संगीत दे चुकी हैं और विभिन्न वाद्ययंत्रों को बजाने में भी निपुण मानी जाती हैं।
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर
