
धमतरी, 19 जून (Udaipur Kiran) ।नगर निगम आयुक्त एवं समाज कल्याण विभाग की नोडल अधिकारी प्रिया गोयल ने बुधवार को शहर के मेडिकल एसोसिएशन के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की। बैठक का प्रमुख उद्देश्य मेडिकल वेस्ट के सुरक्षित और वैज्ञानिक प्रबंधन को लेकर स्पष्ट दिशा-निर्देश जारी करना था। बैठक में निजी और सरकारी अस्पतालों, नर्सिंग होम, पैथोलाजी लैब्स, फार्मेसी और क्लीनिक के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
आयुक्त ने सख्त लहजे में कहा कि शहर में कुछ चिकित्सा संस्थानों द्वारा मेडिकल वेस्ट को नालियों, सार्वजनिक स्थलों या सामान्य कचरे के साथ मिलाकर फेंकने की शिकायतें मिल रही हैं, जो पर्यावरण और जनस्वास्थ्य के लिए अत्यंत गंभीर खतरा है। आयुक्त प्रिया गोयल ने निर्देश दिया कि सभी संस्थान बायो-मेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट नियमों 2016 के तहत अपशिष्ट को पृथक रूप से संग्रहित करें और केवल अधिकृत एजेंसी को ही सौंपें। नियमों की अवहेलना करने वालों के खिलाफ चालान, लाइसेंस रद्द करने और संस्था को सील करने जैसी कड़ी कार्रवाई की जाएगी। आयुक्त ने यह भी कहा कि यह सिर्फ प्रशासन का दायित्व नहीं, बल्कि हर चिकित्सा संस्था की सामूहिक जिम्मेदारी है कि वे शहर को स्वच्छ और सुरक्षित बनाए रखने में योगदान दें। बैठक के अंत में मेडिकल एसोसिएशन की ओर से पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया गया। बैठक में मुख्य रूप से स्वास्थ्य विभाग के अध्यक्ष निलेश लुनिया, सहित एमआईसी सदस्य गण उपस्थित थे।
(Udaipur Kiran) / रोशन सिन्हा
