

जयपुर, 17 नवंबर (Udaipur Kiran) । नगर निगम जयपुर क्षेत्र में बेघर—अनाथ आश्रयहीन लोगों को सर्दी से बचाव के लिए आश्रय प्रदान करने के लिए नगर निगम की ओर से 14 स्थानां पर अस्थाई आश्रय स्थल (रैन बसेरा) बनाए गए हैं।
नगर निगम आयुक्त डॉ. गौरव सैनी ने बताया कि सर्दी के प्रारंभ को देखते हुये अस्थायी आश्रय स्थल शुरू कर दिये गये है। शेष आश्रय स्थल एक दिसंबर से प्रारंभ कर दिये जायेगे। संबंधित जोन उपायुक्त अस्थायी एवं स्थायी आश्रय स्थलों के प्रभारी होगे।
इन रैन बसेरों के अंतर्गत आदर्श नगर जोन में ट्रांसपोर्ट नगर पुलिया के नीचे, सिविल लाइन जोन में खासा कोठी पुलिया के नीचे, सिविल लाइन जोन परमानंद हॉल सहकर मार्ग सी स्कीम, सिविल लाइन जोन में हसनपुरा पुलिया के नीचे एवं स्टेट कैंसर संस्थान प्रताप नगर सांगानेर जोन, रामनिवास बाग के पीछे सुलभ शौचालय के पास मालवीय नगर जोन में बनाए गए रैन बसेरे 15 नवंबर से प्रारंभ हो गए हैं।
इसके अतिरिक्त मालवीय नगर जोन के जेके लोन अस्पताल गेट के पास, गांधीनगर रेलवे स्टेशन के सामने, महारानी फार्म पुलिया के नीचे मानसरोवर जोन, विद्याधर नगर से. 6 एच.पी. पेट्रोल पंप के पास मुरलीपुरा जोन, 200 फीट बाईपास दिल्ली अजमेर रोड झोटवाड़ा जोन, जी.टी. पुलिया के नीचे मालवीय नगर जोन, सांगानेर पुलिया के नीचे जगतपुरा जोन, गोपालपुरा पुलिया त्रिवेणी नगर के नीचे मानसरोवर जोन में रैन बसेरे एक दिसंबर से प्रारंभ किए जाएंगे।
इसके अतिरिक्त 12 स्थाई आश्रय स्थलों का संचालन भी नगर निगम जयपुर द्वारा किया जा रहा है जिसके अंतर्गत गांधी घर, बांगड अस्पताल परिसर में जेएलएन रोड़ पर, लालकोठी महिला छात्रावास के पीछे पुलिस मुख्यालय के पास, स्टेडियम रोड़, सांगानेर स्थित नगर निगम का पुराना भवन, थड़ी मार्केट, हाजरीगाह परिसर,जगतपुरा रेलवे स्टेशन, पुराना पंचायत भवन भांकरोटा, झालाना बाईपास, शहीद भगत सिंह पार्क, वृद्धाश्रम, आदर्श नगर जोन, रेल्वे स्टेशन के पास रैन बसेरा सिविल लाईन जोन, दूध मण्डी, पानीपेच तिराहा (ट्रांसजेन्डर हेतु आरक्षित) सिविल लाईन जोन, नगर निगम विद्याधर नगर जोन का पुराना भवन शास्त्री नगर सिविल लाईन जोन एवं गोविन्द देव जी मन्दिर के पास जनता मार्केट के पास हवामहल-आमेर जोन सहित कुल 12 स्थायी आश्रय स्थल संचालित है। इन अस्थायी आश्रय स्थलों में 24 घंटे गार्ड की व्यवस्था साथ ही ठहरने वाले व्यक्तियों का रिकॉर्ड संधारित होगा और साथ ही अलाव एवं लकड़ी की व्यवस्था होगी।
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(Udaipur Kiran)