
जोधपुर, 16 सितम्बर (Udaipur Kiran) । श्री साधुमार्गी जैन परम्परा के राष्ट्रीय सन्त आचार्य रामेश के सान्निध्य में मूलत केतु कल्ला हाल जोधपुर निवासी मुमुक्षु विवेक गुलेच्छा तीन नवम्बर को देशनोक में जैन भागवती दीक्षा ग्रहण करेंगे।
मुमुक्षु विवेक गुलेच्छा केतु कल्लां में पहली बार एक ही परिवार से पहले चचेरी बहन फिर भाई के दीक्षित होने का गौरवमय इतिहास रचकर समाज, गांव का नाम रोशन करेंगे। उनकी बहन करुणा गुलेच्छा (वर्तमान में साध्वी रामकीर्तिश्री महाराज) ने पिछले वर्ष सात अक्टूबर को भीलवाड़ा में आचार्य रामेश के मुखारबिंद से दीक्षा ग्रहण की थी। अब विवेक गुलेच्छा भी उसी राह पर चल रहे है।
तीन सितम्बर 2005 को केतु कल्लां में जन्मे मुमुक्षु विवेक गुलेच्छा ने 12वीं कक्षा तक शिक्षा ग्रहण की और पिछले लगभग दो साल से वैराग्यमय जीवन जी रहे हैं। दीक्षार्थी ने साधु सन्तों के सान्निध्य में धार्मिक अध्ययन में पुच्छिंसुणं, श्रीमद् दशवैकालिक सूत्र के कुछ अध्ययन, गति-आगति, जीव धड़ा, जैन सिद्धांत बत्तीसी, प्रतिकमण, भगवती सूत्र के कुछ थोकड़े, श्रीमद् प्रज्ञापना सूत्र के कुछ थोकड़े आदि का अध्ययन किया।
पूर्व में उनके परिवार से रिश्ते में भुआ साध्वी निर्मलयशाश्री महाराज एवं चचेरी बहन साध्वी रामकीर्तिश्री महाराज आचार्य रामेश के सान्निध्य मे दीक्षित होकर साधु जीवन का पालन कर रही हैं। अपने दो वर्ष के वैराग्य काल मे उन्होंने अब तक लगभग 150 किलोमीटर तक की पद यात्रा की है। दीक्षा के पूर्व विविध सामाजिक और धार्मिक आयोजन भी रखे गए हैं। आगमाी 25 सितम्बर को अध्यक्ष भागचन्द सिंगी एवं महामन्त्री सुरेश सांखला की अगुवाई में जोधपुर साधुमार्गी जैन संघ द्वारा अभिनन्दन किया जाएगा एवं तत्त्पश्चात दो नवम्बर को देशनोक में अभिनन्दन एवं ओगा बन्धाई का आयोजन भी रखा गया है।
(Udaipur Kiran) / सतीश
