
बलिया, 18 जुलाई (Udaipur Kiran) ।
सलेमपुर के सांसद रमाशंकर राजभर की अध्यक्षता में शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिला विकास समन्वय और निगरानी समिति (दिशा) की बैठक हुई। जिसमें जिले के विकास पर चर्चा हुई।
बैठक के दौरान जनप्रतिनिधियों ने विकास खण्ड नवानगर के भाटी गांव में मनरेगा के कार्य में घोर लापरवाही को लेकर शिकायत की। बैठक में बताया गया कि महिला स्वयं सहायता समूह के गठन का लक्ष्य 2666 निर्धारित है, जिसमें 667 समूह का गठन किया गया है। 12 सौ स्वयं सहायता समूहों को रिवाल्विंग फंड देने के लक्ष्य के सापेक्ष 333 महिला स्वयं सहायता समूहों को 30 हजार प्रति समूह की दर से रिवाल्विंग फंड उपलब्ध कराया गया है। साथ ही कैश क्रेडिट लिमिट (सीसीएल) के 4814 वार्षिक लक्ष्य के सापेक्ष 893 समूहो को कैश क्रेडिट लिमिट (सीसीएल) प्रदान की गई है।
जिले में स्वयं सहायता समूहों द्वारा कितने प्रोजेक्ट उत्पादन किया जा रहा है। जनप्रतिनिधियों ने अवगत कराया कि प्राइवेट कंपनियों द्वारा गांव-गांव में जाकर महिलाओं का समूह बनाकर ऋण देने का कार्य कर रही हैं, उसको तत्काल रोका जाए। जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि सभी विकास खण्डों पर बंधन बैंक एवं अन्य बैंको के साथ मीटिंग कराकर तत्काल निस्तारण किया जाए।
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अंतर्गत ग्राम टूटवारी मार्ग की सड़क एवं डूहा बिहरा की सड़क को मरम्मत कराया जाए। कहा कि राष्ट्रीय पशु रोग नियंत्रण के बारे में चर्चा की गई। उन्होंने बताया कि जिले में 56 पशु चिकित्सक हैं, जिसमें 36 चिकित्साधिकारी नहीं है।
बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने पशु चिकित्साधिकारी को निर्देश दिया कि बाढ़ क्षेत्र के गांवों में जाकर अपने टीम के साथ पशुओं का टीका लगाया जाए। 15 दिन के अंदर कार्ययोजना बनाकर सभी बाढ़ क्षेत्र में अपने टीम को भेजा जाय।
उन्होंने कहा कि जिले में 40 गौशाला स्थल है प्रत्येक गौशाला स्थलों पर चार-चार सीसीटीवी कैमरा लगाई गई है इसके लिए कंट्रोल रूम भी बनाया गया है उसी के माध्यम से निगरानी की जा रही है। साथ ही सभी ग्राम पंचायत भवनों में चार-चार सीसीटीवी कैमरा लगाया जा रहा है। उसके लिए कंट्रोल रूम भी बनाए गई है इसी के माध्यम से पंचायत सहायकों की उपस्थिति की निगरानी की जाएगी। बाढ़ के क्षेत्रों में ग्राम पंचायतों में आबादी के हिसाब से नाव की व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई हैं।
बाल विकास परियोजना के अंतर्गत जिला कार्यक्रम अधिकारी को निर्देश दिए कि जिले में कितने सामग्रियों का वितरण किया जाता है उसकी सूची जनप्रतिनिधियों को विकास खण्डवार उपलब्ध कराएं। जनप्रतिनिधियों ने अवगत कराया कि सीएचसी सिकंदरपुर, सीएचसी क्रीडापुर में बनाने का प्रस्ताव, विकास खण्ड मनियर के अंतर्गत सीएचसी रिगवन, विकासखंड चिलकहर में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र वर्ष 2002 से निर्माण हो रहा है जो अभी तक चालू नहीं हुआ है।
सीएचसी टिकादेवरी नवपुरा, सीएचसी फेफना एवं सीएचसी इंद्रपुर में डॉक्टरों की तैनाती न होने पर सीएमओ को निर्देश दिए कि जिस सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर डॉक्टरों की तैनाती नहीं हुई है वहां पर तत्काल तैनाती की जाए। जनप्रतिनिधियों ने जिलाधिकारी को अवगत कराया कि सभी थानों एवं सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर बायोमेट्रिक उपस्थिति की व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाए। जल जीवन मिशन के अंतर्गत विकासखंड मनियर, बेलहरी व हनुमानगंज में कार्य प्रगति पर है। जल जीवन मिशन के अंतर्गत कार्यदायी संस्था को निर्देश दिए की गांव एवं सड़कों के अंदर जो पाइप डाली जा रही है और पाइप डालने के बाद उसको तत्काल मरम्मत किया जाए, ताकि आमजन व्यक्तियों को आने-जाने में कोई प्रकार की परेशानी न होने पाए।
साथ ही जन प्रतिनिधियों ने अवगत कराया की पूर्व में सभी ग्राम पंचायतों, सरकारी स्कूलों में हैंडपंप लगाई गए हैं, उसकी तत्काल मरम्मत कराई जाए। अधिशासी अभियंता पीडब्ल्यूडी निर्माण खण्ड को जिले में खराब सड़क का तत्काल निर्माण कराने का निर्देश दिया।बैठक में जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह, पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह, सीडीओ ओजस्वी राज, बैरिया विधायक जयप्रकाश अंचल, बेल्थरारोड विधायक हंसू राम, फेफना विधायक संग्राम सिंह उपस्थित रहे।
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(Udaipur Kiran) / नीतू तिवारी
