
भोपाल, 21 सितम्बर (Udaipur Kiran News) । मध्य प्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी लिमिटेड (एमपी ट्रांसको ) ने सुरक्षा और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक नया मानक स्थापित किया है। शहडोल डिवीजन मध्य प्रदेश का पहला ऐसा डिवीजन बन गया है, जहां न केवल सभी सुरक्षा नियमों का कठोरता से पालन किया जा रहा है, बल्कि इसे ‘प्लास्टिक फ्री’ भी घोषित कर दिया गया है। यह सफलता कार्यपालन अभियंता चंद्रभान कुशवाहा के सतत प्रयासों और कठोर निगरानी के कारण संभव हो सकी है। उनके निर्देशन में शहडोल डिवीजन ने सुरक्षा और स्वच्छता को प्राथमिकता देकर प्रदेश के लिए एक मिसाल पेश की है।
हेलमेट के बिना न तो परिसर में प्रवेश न ही यार्ड मे
कार्यपालन अभियंता चंद्रभान कुशवाहा ने रविवार को जानकारी देते हुए बताया कि नियमों के अनुसार डिवीजन और सबस्टेशन यार्ड में प्रवेश करने वाले प्रत्येक अधिकारी और कर्मचारी के लिए हेलमेट तथा आवश्यक सुरक्षा उपकरण पहनना अनिवार्य कर दिया गया है। इसी तरह कार में बिना सीट बेल्ट लगाये परिसर में आने की अनुमति नहीं दी जाती,चाहे कितनी भी बड़ी आपातकालीन स्थिति क्यों न हो, बिना सुरक्षा उपकरण किसी को भी परिसर में प्रवेश नहीं दिया जाता है। साथ ही पर्यावरण संरक्षण को ध्यान में रखते हुए शहडोल डिवीजन परिसर में पॉलिथीन और प्लास्टिक की बोतलों के उपयोग पर पूर्ण प्रतिबंध लागू कर दिया गया है। यदि कोई कर्मचारी या आगंतुक इन नियमों का उल्लंघन करता है, तो उसे तुरंत परिसर से बाहर कर दिया जाता है और प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाती।
(Udaipur Kiran) तोमर
