
विदिशा, 27 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश के विदिशा जिले में मध्यक्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी द्वारा स्मार्ट मीटर अभियान के तहत 01 लाख 26 हजार 327 स्मार्ट मीटर स्थापित किये जाएंगे। जिसमें से अब तक 26 हजार 817 से अधिक स्मार्ट मीटर स्थापित किये जा चुके हैं। स्मार्ट मीटर सभी के लिए फायदेमंद और उपभोक्ताओं के हित में हैं, इसलिए सभी को स्मार्ट मीटर लगाने में कंपनी का सहयोग करना चाहिए। स्मार्ट मीटर से अनेक फायदे हैं, जैसे रीडिंग में कोई गड़बड़ी नहीं होती है, मीटर रीडर भी घर पर रीडिंग लेने नहीं आता है, ऑटोमैटिक सटीक व पारदर्शी रीडिंग होती है। उपभोक्ता रियल टाइम खपत का डाटा भी देख सकते हैं। अगले महीने कितना बिल आ सकता है, यह फॉरकास्ट भी उपाय एप के माध्यम से देख सकते हैं।
यह जानकारी मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के निदेशक (पीडीटीसी) अनिल कुमार खत्री ने सोमवार को स्मार्ट मीटर से जुड़ी भ्रांतियों को दूर करने के उद्देश्य से आयोजित मीडिया कार्यशाला में कही। इस अवसर पर महाप्रबंधक (स्मार्ट मीटरिंग सेल) सीके पवार, महाप्रबंधक विदिशा वृत्त सत्येन्द्र मौर्य, उपमहाप्रबंधक (ग्रामीण) अरविंद कुमार वर्मा, उपमहाप्रबंधक (बासौदा डिवीजन) राजू भाभोर, प्रभारी सहायक जिला जनसंपर्क अधिकारी बी.डी.अहिरवाल एवं वरिष्ठ जनसंपर्क अधिकारी मनोज द्विवेदी सहित मीडियाकर्मी उपस्थित थे।
महाप्रबंधक (स्मार्ट मीटरिंग सेल) सीके पवार ने बताया कि विदिशा वृत्त में 19 हजार 938 स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं को सितंबर 2025 माह में 11 लाख, 57 हजार 131 रुपये की छूट प्रदान की गई है। स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं को नए टैरिफ आर्डर के अनुसार अब खपत के आधार पर दिन के टैरिफ में सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक उपयोग की गई बिजली पर 20 प्रतिशत की छूट मिल रही है। जिसके तहत इनमें से स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं के लिए यह सभी छूट अथवा प्रोत्साहन की गणना सरकारी सब्सिडी (यदि कोई हो) को छोड़कर की जा रही है। यह उपभोक्ता श्रेणियों के लिए विशिष्ट नियमों और शर्तों के आधार पर दिन के विभिन्न समय के दौरान खपत की अवधि के अनुसार ऊर्जा शुल्क पर लागू होगी।
परिसर में रीडिंग लेने आने की आवश्यकता नहीं-पवार ने मीडिया से चर्चा करते हुये बताया कि शहर के लोगों में स्मार्ट मीटर को लेकर जो भ्रांतियां हैं, उन्हें दूर करना जरूरी है। उन्होंने बताया कि विद्युत स्मार्ट मीटर लगने के बाद परिसर में रीडिंग लेने आने की जरूरत नहीं होती है, ऑटोमेटिक सटीक रीडिंग होती है। मानवीय हस्तक्षेप नहीं होने से गड़बड़ी की कोई गुंजाइश नहीं होती है। उपभोक्ता अपनी प्रतिदिन की विद्युत खपत स्मार्ट मीटर के माध्यम से देख सकता है। उन्होंने बताया कि दैनिक के साथ दृसाथ सप्ताहिक अथवा मासिक खपत आसानी से देखी जा सकती है, और बिजली की कितनी खपत हो रही है, अगले महीने उसका कितना बिल आ सकता है, उसका पूर्वानुमान भी आसानी से लगाया जा सकता है।
अब तक कहीं कोई गड़बड़ी नहीं आई-महाप्रबंधक पवार ने कहा कि स्मार्ट मीटर लगाते हुए लगभग 1 वर्ष पूर्ण हो गया है। अब तक पूरे कंपनी कार्यक्षेत्र के सोलह जिलों में 03 लाख 90 हजार से अधिक स्मार्ट मीटर लगाए जा चुके हैं। अभी तक कहीं पर भी किसी प्रकार की कोई भ्रांतिया पैदा नहीं हुई हैं। ऑटोमेटिक माध्यम से सटीक रीडिंग होने के बाद प्रतिमाह 01 तारीख के बाद मोबाइल अथवा ईमेल पर बिल जारी किया जाता है। स्मार्ट मीटर के पहले उपभोक्ताओं को पता ही नहीं चलता था कि उनकी विद्युत खपत कितनी हैं, जब स्मार्ट मीटर लगे तब उन्हें सही खपत का पता चला और उसका डेटा भी विद्युत विभाग के पास उपलब्ध हुआ है।
हर पंद्रह मिनिट में डाटा अपडेट-उपभोक्ता अब उपाय एप के जरिए स्मार्ट मीटर के माध्यम से अपने घर का लोड देख सकते हैं। मीटर में भी के.डब्ल्यू लिखा रहता हैं जो घर का पूरा लोड बताता है तथा केडब्ल्यूएच खपत (यूनिट) बताता है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि स्वयं के यहां पर कितना किलोवॉट का लोड चल रहा हैं। इसके साथ ही उपाय एप के स्मार्ट मीटर में इंडिकेटर के माध्यम से यह अंदाजा लगाया जाना आसान हो गया कि किस-समय , किस प्रकार के उपकरण चलाए गए ताकि हरी लाइन से पता चल सकता है कि उस दौरान कितनी बिजली खपत हुई। स्मार्ट मीटर हर पंद्रह मिनिट में डाटा अपडेट करता है।
रियल टाइम डेटा उपलब्ध
मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने स्मार्ट मीटर के फायदे बताते हुए कहा है कि स्मार्ट मीटर से रियल टाइम डेटा प्राप्त किया जा सकता है, जिससे उपभोक्ताओं को सटीक और समय पर बिलिंग सुनिश्चित की जा रही है। कंपनी ने बताया कि जहां-जहां भी स्मार्ट मीटर स्थापित किए जा चुके हैं वहां पर बिलिंग तथा रीडिंग निर्धारित समय पर हो रही है, इससे सभी उपभोक्ता संतुष्ट हैं।
रीडिंग में कोई गड़बड़ी नहीं
मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने अपने कार्यक्षेत्रांतर्गत जब से स्मार्ट मीटर स्थापित करने शुरू किये हैं तभी से स्मार्ट मीटर के सकारात्मक परिणाम आने शुरू हो गए हैं। उपभोक्ताओं को वास्तविक समय में ऊर्जा खपत की सटीक तथा अद्यतन जानकारी मिल रही है, साथ ही रीडिंग में किसी तरह की कोई गड़बड़ी सामने नहीं आई है। इसके अलावा उपभोक्ताओं के परिसर में जाकर रीडिंग लेने की जरूरत भी नहीं है, क्योंकि निर्धारित तिथि पर ऑटोमेटिक रीडिंग करके उपभोक्ताओं के पंजीकृत मोबाइल पर बिल जारी किया जा रहा है।
उपभोक्ता स्वयं कर रहे खपत की निगरानी-
मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने बताया कि स्मार्ट मीटर के फायदे अनेक हैं। जहां-जहां भी स्मार्ट मीटर स्थापित किए जा चुके हैं वहां पर निर्धारित समय पर तथा सटीक रीडिंग हो रही है। उपभोक्ता स्वयं भी ऊर्जा खपत की निगरानी कर सकते हैं, इसके लिए हर 15 मिनट में डाटा अद्यतन हो रहा है, ताकि यह समझने में आसानी रहे कि किस समय कितनी ऊर्जा की खपत हुई है। इससे बिजली खपत को नियंत्रित करने में आसानी हो रही है। स्मार्ट मीटरों से बिजली के बिलों में त्रुटि की संभावना बहुत कम हो गई है और बिजली की चोरी रोकने में भी स्मार्ट मीटर मददगार साबित हो रहे हैं।
(Udaipur Kiran) तोमर