कोकराझाड़ (असम), 24 जून (Udaipur Kiran) । पर्बतझोरा के बांसबाड़ी क्षेत्र के पागलीझोरा में अदानी ग्रुप को ताप विद्युत परियोजना के निर्माण के लिए भूमि आवंटन के प्रस्ताव के खिलाफ स्थानीय लोगों का विरोध लगातार जारी है।
हाल ही में असम सरकार और बीटीआर परिषद सरकार द्वारा अदानी ग्रुप को परियोजना के लिए 3000 बीघा भूमि आवंटित करने की बात सामने आने के बाद, स्थानीय बोड़ो समुदाय के लोगों ने इस फैसले का तीव्र विरोध किया है।
मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा ने यह बयान दिया कि अगर बीटीआर के लोग परियोजना नहीं चाहते, तो इसे धुबड़ी या ग्वालपाड़ा ले जाया जाएगा। इसके बावजूद, प्रदर्शनकारी लिखित आश्वासन मिलने तक आंदोलन जारी रखने की बात कर रहे हैं।
इस बीच, आज बोड़ो भाषा के गायक बिगराय ब्रह्म और गौतम ब्रह्म ने आंदोलन स्थल पर सरकार के खिलाफ गीतों के माध्यम से विरोध जताया।
प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री को धन्यवाद् दिया कि उन्होंने लोगों की पीड़ा को समझा, लेकिन साथ ही मांग की कि न सिर्फ पर्बतझोरा बल्कि पूरे बीटीआर क्षेत्र से परियोजना को हटाया जाए।
मुख्यमंत्री द्वारा यह कहे जाने पर कि करीब 80 परिवारों ने 4000 बीघा ज़मीन पर अतिक्रमण किया है, लोगों ने प्रतिक्रिया दी कि उन्हें गलत जानकारी दी गई है और उन्हें स्थानीय परिस्थिति की पूरी जानकारी नहीं है।
वहीं, आंदोलन पर राजनीति करने और लोगों को भड़काने का आरोप लगाने वाले प्रमोद बोड़ो के बयान पर भी लोगों ने विरोध जताया। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि यह आंदोलन किसी के भड़कावे पर नहीं, बल्कि जनता की असली भावनाओं और अधिकारों की रक्षा के लिए है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रमोद बोड़ो व्यक्तिगत लाभ के लिए लोगों के विरोध को कुचलते हुए ज़बरदस्ती परियोजना को लागू करवाना चाहते हैं।
(Udaipur Kiran) / श्रीप्रकाश
