
मॉनसून से पहले टीकाकरण न करने का आरोप लगाया ग्रामीणों ने
पशु चिकित्सक बोले, नियमित दौरे कर रही टीम, टीकाकरण हुआ
हिसार, 23 सितंबर (Udaipur Kiran News) । जिले के गांव हरिकोट में मुंह-खुर बीमारी से एक
सप्ताह में एक दर्जन पशुओं की मौत होने का समाचार है। बीमारी के कारण पशुपालकों को
लाखों रुपए का नुकसान हुआ है। ग्रामीणों का आरोप है कि मानसून से पहले गांव में टीकाकरण
नहीं किया गया। साथ ही गांव में आपूर्ति का पानी भी गंदा आ रहा है। इससे पशुओं की स्थिति
और बिगड़ रही है।
ग्रामीणों का कहना है कि पशु डॉक्टरों की टीम एक बार गांव में आई थी और टीके
भी लगाए थे, लेकिन इसके बावजूद बीमारी पर काबू नहीं पाया जा सका है। ग्रामीणों ने स्पेशल
टीम भेजने और पशुओं के इलाज की मांग की है। राजेश, अमरजीत, अजय, धर्मपाल और गुलाब ने
मंगलवार काे बताया कि गांव में काफी दिनों से यह बीमारी फैली हुई है। राजेश की भैंस, रिसाल की गाय,
रमेश की कट्टी, संदीप के कटड़े, रविंद्र की भैंस, पुष्कर की भैंस, रामकिशन की कटड़ी
और डॉ. मदन की गाय सहित कई अन्य पशुओं की मौत हो चुकी है। पशुपालकों की मांग है कि
जिन लोगों के पशुओं की मौत हुई है, उन्हें सरकार मुआवजा दे। साथ ही गांव में पानी की
गुणवत्ता में सुधार किया जाए।
ग्रामीणों के अनुसार पशुपालन विभाग के अधिकारियों को सूचित किया था, पशु डॉक्टरों
की टीम गांव में आई भी टीके भी लगा कर गई थी परंतु मुंह खुर बीमारी रुकने का नाम नहीं
ले रही है। सोमवार को तो एक दिन में चार पशुओं की मौत हो चुकी है। ग्रामीणों के अनुसार
पशुपालन विभाग की स्पेशल टीम को गांव में लगातार भेजना चाहिए और पशुओं को दवा देनी
चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रतिदिन दो तीन पशुओं की मौत हो रही है। हरिकोट के सरपंच प्रतिनिधि
जगदीश, हरिकोट से राजेश मेंबर वार्ड न आठ अमरजीत वार्ड दो, अजय वार्ड न. पांच अशोक
पंच ने जिला प्रशासन से मांग है कि मुंह रोग से हरिकोट गांव में पशुओं से मरने से बचाया
जाना चाहिए। इस संबंध में वेटनरी सर्जन डा. मितू का कहना है हरिकोट गांव में डॉक्टरों की
टीम ने लगातार जाकर वैक्सीन दी है। उनकी डॉक्टरों की टीम तीन चार बार में गांव गई है,
वैक्सीन भी दी गई है। आगे भी उनकी टीम गांव में लगातार जाएगी।
(Udaipur Kiran) / राजेश्वर
