
जोधपुर, 28 नवम्बर (Udaipur Kiran) । डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन राजस्थान आयुर्वेद विश्वविद्यालय एवं संस्कृत भारती के मध्य संपन्न हुए एमओयू के अंतर्गत एक ऑनलाइन कार्यक्रम आयोजित किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रोफेसर (वैद्य) गोविन्द शुक्ला ने की। अपने उद्बोधन में कुलगुरु ने कहा कि संस्कृत भारती के सहयोग से हमारी शिक्षा में संस्कृत, संस्कृति और आयुर्वेद का जो समन्वय स्थापित हो रहा है, वह विद्यार्थियों को ज्ञानपरंपरा के मूल स्रोतों से जोडऩे में अत्यंत निर्णायक सिद्ध होगा। यह एमओयू आने वाले समय में शोध, शिक्षण और सांस्कृतिक गतिविधियों की दिशा को नई ऊँचाइयों तक ले जाएगा। इस ऑनलाइन कार्यक्रम में विशेष रूप से संस्कृत भारती के अखिल भारतीय मंत्री नंदकुमार, क्षेत्रीय संगठन मंत्री कमल की उपस्थिति रही। दोनों अतिथियों ने विश्वविद्यालय के इस प्रयास को एक ऐतिहासिक कदम बताते हुए कहा कि संस्कृत एवं आयुर्वेद का सम्मिलित अध्यापन वैश्विक स्तर पर भारतीय ज्ञानपरंपरा की प्रतिष्ठा को और सुदृढ़ करेगा।
कार्यक्रम की शुरुआत एवं समन्वयन नोडल अधिकारी प्रोफेसर देवेन्द्र सिंह चाहर द्वारा किया गया। उन्होंने एमओयू के अंतर्गत नियोजित गतिविधियों, प्रशिक्षण कार्यक्रमों तथा संस्कृत-आधारित शैक्षणिक पहलों का परिचय देते हुए सभी विभागों से सक्रिय सहभागिता का आग्रह किया। कार्यक्रम में संदीप कुमार (सरदारशहर), राजेन्द्र सिंह (संपर्क प्रमुख पंचायत) डॉ. मनीषा कच्छावा (सीकर) सहित 14 महाविद्यालय के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
(Udaipur Kiran) / सतीश