
मुंबई,1 अक्टूबर ( हि.स.) । ठाणे शहर में कई झुग्गी पुनर्वास योजनाएँ डेवलपर्स के भ्रष्टाचार के कारण वर्षों से अटकी हुई हैं और आम निवासी अपने हक़ के घरों से वंचित हैं। विधायक संजय केलकर इनमें से कई योजनाओं को पटरी पर लाने में सफल हो रहे हैं। हाल ही में एक संयुक्त बैठक में उन्होंने 19 सालों से अटकी इस योजना को गति दी, जिससे परेशान निवासियों को राहत मिली है।
खोपट इलाके में आनंद आज़ाद हाउसिंग सोसाइटी की झुग्गी पुनर्वास योजना पिछले 19 सालों से अटकी हुई है। वे डरे हुए हैं क्योंकि यहाँ के 107 परिवार अपने हक़ के घरों से वंचित हैं। इस लंबी अवधि में, डेवलपर बदल गया है, लेकिन कोई इमारत नहीं बनी है। खास बात यह है कि दबाव में निवासियों के लिए शिकायत करना मुश्किल हो गया था। आखिरकार, यहाँ के निवासियों ने विधायक संजय केलकर से मुलाकात की और अपनी शिकायतें बताईं।
विधायक केलकर ने तुरंत आज ठाणे शहर में सरकारी विश्राम गृह में डेवलपर, एसआरए अधिकारियों और निवासियों की एक संयुक्त बैठक बुलाई और इस मामले पर चर्चा की। इस अवसर पर एसआरए के राजकुमार पवार, बांगर और कई निवासी उपस्थित थे। इसमें मुख्य रूप से महिलाओं ने भाग लिया। पिछले 19 वर्षों में डेवलपर्स के कुप्रबंधन और उनकी लापरवाही के कारण परिवारों को हुए नुकसान से निवासी स्तब्ध थे। अधिकारियों को निर्देश देते हुए, केलकर ने डेवलपर को 15 दिनों की समय सीमा भी दी। इस दौरान, डेवलपर ने 15 दिनों के भीतर निर्माण शुरू करने का वादा किया। केलकर ने यह भी चेतावनी दी कि यदि डेवलपर ऐसा करने में असमर्थ है, तो वे स्वयं पुनर्विकास योजना पर काम करेंगे। निवासियों ने लगभग दो घंटे तक चली चर्चा में सकारात्मक समाधान निकलने पर संतोष व्यक्त किया। उन्होंने केलकर का आभार व्यक्त किया।
इस बारे में बोलते हुए, विधायक संजय केलकर ने कहा, शहर में कई जगहों पर पुनर्वास और पुनर्विकास की योजनाएँ डेवलपर्स के कारण रुकी हुई हैं और निवासियों को न तो किराया मिल रहा है और न ही उनके हक का घर मिल रहा है। हम इन योजनाओं को आगे बढ़ाने में सफल हो रहे हैं और मैं खोपट के सैकड़ों निवासियों के साथ पूरी तरह से खड़ा हूँ। केलकर ने स्पष्ट किया, जब तक उन्हें घर नहीं मिल जाते, वे चुप नहीं बैठेंगे।
—————
(Udaipur Kiran) / रवीन्द्र शर्मा
