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थराली आपदा में 35 से अधिक घरों को नुकसान, 150 से अधिक लोगों ने ली राहत शिविरों में शरण

मलबे में दबे आवासीय भवन।

देहरादून, 23 अगस्त (Udaipur Kiran) । चमोली जिले के थराली तहसील क्षेत्र में बादल फटने से भारी तबाही हुई है। 35 से अधिक घरों में जल भराव के साथ मलबा समाया है जबकि दो आवासीय भवन पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं। आपदा में लापता दो लोगों में से एक का शव बरामद कर लिया गया है जबकि दूसरे की तलाश जारी है। आपदा से प्रभावित 150 से अधिक लोगों ने राहत शिवरों में शरण ली है। राहत एवं बचाव कार्यों में आपदा प्रबंधन की टीमें जुटी हैं।

आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास सचिव विनोद कुमार सुमन ने बताया कि 10 से 12 घरों में अत्यधिक मलबा आया है तथा करीब 25 घरों में आंशिक जल भराव और मलबा समाया है। दो आवासीय भवन पूर्णतः क्षतिग्रस्त हो गए हैं। आसपास की सड़कों और मार्गों पर भी मलबा जमा है। दस अलग-अलग मुख्य मार्ग बाधित हुए हैं। विद्युत पोलों व तारों को क्षति पहुंची है। फिलहाल विद्युत सप्लाई बंद की गई है। स्थिति सामान्य होने पर विद्युत आपूर्ति को सुचारू किया जाएगा। मलबा हटाने के लिए पांच जेसीबी मशीन कार्य कर रही हैं। गौचर में यूकाडा के हेलीकॉप्टर को स्टैंडबाय में रखा गया है। फिलहाल मौसम खराब होने के कारण हेलीकॉप्टर उड़ान नहीं भर पाए हैं।

राहत एवं बचाव कार्य में जुटी टीमेंआपदा प्रबंधन सचिव ने बताया कि वर्तमान में मौके पर जिलाधिकारी संदीप तिवारी, एसपी सर्वेश पंवार के नेतृत्व में एसडीएम थराली, एसडीएम कर्णप्रयाग, सेना, स्थानीय पुलिस, एसडीआरएफ, आईटीबीपी, एनडीआरएफ, एसएसबी, अग्निशमन विभाग, लोक निर्माण विभाग, विद्युत विभाग, जल संस्थान, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी व कर्मचारी आदि राहत एवं बचाव कार्यों में युद्धस्तर पर जुटे हैं।

150 से अधिक लोग प्रभावित, शिविरों में ली शरणआपदा में 150 से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। इन्हें तहसील परिसर में ठहराया गया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर राहत शिविरों में भोजन, पानी, चिकित्सा के साथ ही अन्य मूलभूत जरूरतों की व्यवस्था की गई है। राहत शिविर के लिए जिलाधिकारी ने सतलुज जल विद्युत निगम का विश्राम गृह, कार्यालय परिसर कुलसारी व गढ़वाल मंडल विकास निगम देवाल को तत्काल प्रभाव से अधिकृत करने के आदेश दिए हैं।

मुख्यमंत्री ने लगातार ले रहे अपडेटमुख्यमंत्री धामी रेस्क्यू अभियान की निगरानी करते हुए मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन, आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास सचिव विनोद कुमार सुमन व जिलाधिकारी संदीप तिवारी से लगातार पल-पल की अपडेट ले रहे हैं। मुख्यमंत्री ने राहत एवं बचाव दलों को अपनी पूरी क्षमताओं के साथ कार्य करने के निर्देश दिए हैं।

मुख्य सचिव ने राहत-बचाव कार्यों की समीक्षा कीशनिवार सुबह मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन ने राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र पहुंचकर थराली में संचालित राहत और बचाव कार्यों की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी से अपडेट लिया। उन्होंने आपदा के बाद जल्द से जल्द थराली में स्थिति को सामान्य करने, राहत और बचाव कार्यों को त्वरित गति से संपादित करने, स्थानीय लोगों तक मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

उन्होंने कहा कि राहत और बचाव कार्यों में किसी भी स्तर पर कमी नहीं रहनी चाहिए, जो भी संसाधनों की आवश्यकता है, उन्हें तत्काल घटनास्थल पर तैनात किया जाए। उन्होंने जिलाधिकारी को स्थिति पर लगातार नजर बनाए रखने के निर्देश देते हुए थराली में पेयजल, विद्युत और संचार आपूर्ति को तत्काल बहाल करने व सभी विभागों, एजेंसियों और स्थानीय प्रशासन को आपसी समन्वय से राहत और बचाव कार्यों को संचालित करने को कहा। उन्होंने जिलाधिकारी से राहत एवं बचाव कार्यों हेतु शासन स्तर पर किसी भी प्रकार के सहयोग के लिए तुरंत अवगत कराने के निर्देश दिए।

एक युवती का शव बरामद, मुख्यमंत्री ने जताया दुखआपदा प्रबंधन सचिव विनोद कुमार सुमन ने बताया कि इस आपदा में अब तक एक युवती का शव बरामद किया जा चुका है। चेपड़ो बाजार में लापता एक व्यक्ति की तलाश की जा रही है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मलबे में दबने से युवती की मौत पर दुख जताया तथा एक व्यक्ति के लापता होने की सूचना पर उसके सुरक्षित व सकुशल होने की कामना की।

मुख्यमंत्री ने थराली के निवासियों से धैर्य बनाए रखने की अपील की और कहा कि राहत और बचाव दलों द्वारा युद्धस्तर पर कार्य किया जा रहा है। सरकार इस मुश्किल घड़ी में थराली के लोगों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि थराली में जिन लोगों के भी भवन खतरे की जद में हैं, उन्हें सुरक्षित स्थानों पर ठहराया जाए और उनके रहने, भोजन, चिकित्सा आदि की समुचित व्यवस्था की जाए।

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(Udaipur Kiran) / विनोद पोखरियाल

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