Maharashtra

महाराष्ट्र में मानसून हुआ फिर सक्रिय, इन इलाकों के किसान रहें सावधान

मुंबई, 16 जून (Udaipur Kiran) । महाराष्ट्र के कई जिलों में बाऱिश ने फिर जोरदार दस्तक दी है। लेकिन महाराष्ट्र सरकार के कृषि विभाग ने राज्य के कुछ जिलों के किसानों को फसल की बुवाई के लिए तक तक के लिए इंतजार करने का सुझाव दिया है, जब तक कि मिट्टी में पर्याप्त नमी नहीं हो जाती।

कृषि विभाग की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार लगभग 18 दिनों के इंतजार के बाद मानसून ने फिर वापसी की है। मुंबई और कोकण में भारी बारिश हुई है। लेकिन मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा और पश्चिमी विदर्भ के कुछ हिस्सों में मध्यम बारिश दर्ज की गई है। पूर्वी विदर्भ के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हुई है। विदर्भ के बाकी हिस्सों में मौसम मुख्य रूप से शुष्क रहा है। इस महीने 1 जून से 16 जून के बीच कोकण और गोवा उपखंडों में औसत से 22 प्रतिशत अधिक वर्षा हुई है। मध्य महाराष्ट्र में औसत से 1 प्रतिशत कम, मराठवाड़ा में 26 प्रतिशत कम और विदर्भ में 61 प्रतिशत कम बारिश हुई है। राज्य की 134 तहसीलों में कुल वर्षा 65 मिमी से अधिक दर्ज की गई है और 84 तहसीलों में औसत से अधिक वर्षा हुई है।

भंडारा, गोंदिया, नागपुर, यवतमाल, वर्धा, चंद्रपुर, गडचिरोली, अमरावती, हिंगोली और बीड सहित खानदेश के कुछ तहसीलों में बारिश कम है। 22 जून तक कोकण और पश्चिम महाराष्ट्र के घाट क्षेत्रों में अच्छी बारिश होने की संभावना है। मध्य महाराष्ट्र, पश्चिम विदर्भ और मराठवाड़ा में छिटपुट वर्षा होने की पूर्वानुमान है। दक्षिण मराठवाड़ा में बारिश कम होने की संभावना है। इन क्षेत्रों की तुलना में पूर्वी विदर्भ में बारिश थोड़ी अधिक हो सकती है। 22 जून तक इन सभी क्षेत्रों में भारी या अत्यधिक भारी बारिश होने की संभावना नहीं है। इन इलाकों के शुष्क भूमि वाले किसानों को सलाह दी जाती है कि वे मिट्टी में पर्याप्त नमी होने तक बुवाई और खेती में जल्दबाजी न करें।

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(Udaipur Kiran) / वी कुमार

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