

भोपाल, 27 जुलाई (Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश की सोलहवीं विधानसभा का मानसून सत्र सोमवार, 28 जुलाई से शुरू हो रहा है, जो कि आगामी 08 अगस्त तक चलेगा। विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने रविवार को विधानसभा पहुंचकर सत्र की तैयारियों का जायजा लिया एवं सत्र के सुचारू रूप से संचालन के लिए अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए।
विधानसभा के प्रमुख सचिव एपी सिंह ने बताया कि इस बारह दिवसीय सत्र में सदन की कुल 10 बैठेकें होंगी। बजट सत्र की अधिसूचना जारी होने से अब तक विधानसभा सचिवालय में तारांकित पश्न 1718 एवं अतारांकित प्रश्न 1659 कुल 3377 प्रश्नों की सूचनाएं प्राप्त हई हैं, जबकि ध्यानाकर्षण की 226,स्थगन प्रस्ताव की एक, अशासकीय संकल्प की 23, शून्यकाल की 65, नियम -139 की एक सूचनाप्राप्त हई हैं। शासकीय विधेयक भी तीन प्राप्त हुए हैं। यह मध्य प्रदेश की सोलहवीं विधानसभा का यह षष्ठम सत्र होगा।
गौरतलब है कि विधानसभा के मानसून सत्र में राज्य सरकार अनुपूरक बजट (वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए) के साथ कई विधेयक पेश करेगी, जबकि विपक्ष किसान, युवा और जनता से जुड़े कई मुद्दों को उठाएगा। विधानसभा सत्र के दौरान कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दल बिजली संकट, महंगाई, तबादला नीति और किसानों की समस्याओं जैसे मुद्दों को लेकर सरकार को घेरने की तैयारी में हैं। वहीं सत्ता पक्ष ने भी योजनाओं और उपलब्धियों के साथ जवाब देने की रणनीति तैयार कर ली है। ऐसे में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच हंगामे के भी आसार है।
इधर, मानसून सत्र शुरू होने से पहले मध्य प्रदेश विधानसभा सचिवालय ने सभी मंत्रियों और विधायकों को एक पत्र भेजा गया है, जिसमें विधानसभा अध्यक्ष के स्थायी आदेश 94 (2) के तहत विधायकों के विधानसभा परिसर में नारेबाजी और प्रदर्शन करने पर रोक लगाने का जिक्र किया है। इसमें लिखा है कि आगामी सत्र में माननीय सदस्यों से यह अनुरोध है कि अध्यक्ष महोदय के स्थायी आदेश 94(2) के तहत सदस्यों द्वारा विधानसभा परिसर में नारेबाजी और प्रदर्शन करना आदि निषिद्ध किया गया है। सत्र के दौरान विधानसभा भवन में किसी गैर अथवा बिना प्रवेश-पत्राधारी व्यक्ति को अपने साथ वाहन में बैठाकर या पैदल विधानसभा परिसर और सदन की लॉबी में प्रवेश न कराएं। विधायकों से अनुरोध है कि एक निजी सहायक और वाहन चालक का नाम, वाहन नंबर के साथ प्रवेश पत्र कार्यालय भेजना सुनिश्चित करें। इस पत्र को लेकर विधानसभा अध्यक्ष तोमर ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि विधानसभा परिसर मे कोई नया प्रतिबन्ध नहीं लगाया गया है, जो विरोध प्रदर्शन पर रोक लगाईं है, वह कोई नया नहीं है।
मध्य प्रदेश विधानसभा के सेंट्रल हॉल में जल गंगा संवर्धन अभियान की उपलब्धियों की पहले दिन प्रदर्शनी लगाई जाएगी। इसका शुभारंभ मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर करेंगे। जल गंगा संवर्धन अभियान मुख्यमंत्री का महत्वकांक्षी अभियान है। इसे राष्ट्रीय स्तर पर भी एक अलग पहचान मिली है। सरकार ने 90 दिवसीय जल गंगा संवर्धन अभियान चलाया है। इसमें प्रदेश में 84 हजार 726 खेत तालाब, 1 लाख 4 हजार 276 कूप रिचार्ज पिट और 1283 अमृत सरोवरों का निर्माण हुआ। जल संचय करने वाले जिलों में खंडवा देशभर में नबर वन रहा हैं।
(Udaipur Kiran) तोमर
