
सोलन, 16 सितंबर (Udaipur Kiran) । जिला सोलन के ब्रुरी स्थित देश की पहली शराब की डिस्टिलरी कम्पनी मोहन मेकिंन पर नगर निगम द्वारा निगम के दायरे में लाया गया जिसके बाद कम्पनी पर लाखों रुपए का टैक्स बकाया निकला था । डिफाल्टर लिस्ट में आए कम्पनी के अधिकारियों द्वारा मंगलवार को निगम आयुक्त एकता काप्टा को 26 लाख 14 हज़ार रुपए टैक्स का भुकतान किया है । जबकि कुल टैक्स की राशि 57 लाख 50 हज़ार रुपए है । शेष राशि का भुगतान अगले सात माह में दो किस्तों में किया जाना है ।
गौरतलब है कि कंपनी पर वर्ष 1997 से जुलाई 2022 तक का 57.50 लाख रुपये का टैक्स बकाया था। कंपनी द्वारा अगस्त 2022 से लेकर मौजूदा समय तक का भी टैक्स का भुगतान किया जाएगा। नगर निगम के लिए यह बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है, क्योंकि कम्पनी का मानना था कि कम्पनी क्षेत्र नगर निगम के दायरे में नहीं है । लेकिन नगर निगम आयुक्त एकता काप्टा ने कम्पनी अधिकारियों को स्पष्ट किया कि यह क्षेत्र नगर निगम के दायरे में आता है । इसलिए उन्हें टैक्स का भुगतान करना ही पड़ेगा। इसका नतीजा यह रहा कि नगर निगम वर्षों पुराने टैक्स को वसूल करने में कामयाब रही है । निगम ने कंपनी के भवन का टैक्स निर्धारण किया और पाया कि 1997 से जुलाई 2022 तक का टैक्स बकाया था। अब कंपनी छह माह बाद 13 लाख रुपये और उसके बाद शेष बकाया राशि का भुगतान करेगी।
निगम की कमिश्नर एकता काप्टा ने बताया कि करोड़ों रुपए के टैक्स के भुगतान को लेकर निगम ने बीते दिनों सर्वे किया था, जिसमें देश की पहली शराब डिस्टिलरी मोहन मिकिन पर 57.50 लाख रुपए का टैक्स बकाया था। उन्होंने कहा कि इसको लेकर कंपनी की ओर से 26 लाख 14 हजार रुपए का भुगतान किया गया है। जल्द ही उन्होंने बकाया राशि का भुगतान करने की भी बात कही है।
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(Udaipur Kiran) / संदीप शर्मा
