


– मुख्यमंत्री पटेल ने अंबाजी से एकतानगर तक आयोजित जनजातीय गौरव यात्रा को किया रवाना
– भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती–जनजातीय गौरव वर्ष का उत्सव
गांधीनगर, 07 नवंबर (Udaipur Kiran) । गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के अवसर पर शुक्रवार को आयोजित जनजातीय गौरव यात्रा का शुभारंभ करते हुए कहा कि जिसे कोई नहीं पूछता, उसे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पूजते हैं।
राज्य सूचना विभाग ने बताया कि आज अंबाजी धाम से इस गौरव यात्रा को रवाना करते हुए मुख्यमंत्री पटेल ने कहा कि आज़ादी की लड़ाई में भगवान बिरसा मुंडा के नेतृत्व में अग्रसर रहे आदिवासियों को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अमृतकालीन भारत की विकास यात्रा में सक्रिय भागीदार बनाया है। इतना ही नहीं, स्वातंत्र्यवीर भगवान बिरसा मुंडा की जन्मजयंती को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाने की नई परंपरा भी उन्होंने 2011 से प्रारंभ की है।
आदिवासियों के भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती का उत्सव प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा से इस वर्ष आयोजित किया जा रहा है। स्वातंत्र्य संग्राम में बिरसा मुंडा के नेतृत्व में आदिवासी समाज के ऐतिहासिक योगदान से आज की पीढ़ी परिचित हो और राष्ट्रनिर्माण की प्रेरणा प्राप्त करे, इसी उद्देश्य से प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में यह वर्ष “जनजातीय गौरव वर्ष” के रूप में मनाया जा रहा है।
भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में 01 से 15 नवम्बर 2025 तक ‘जनजातीय गौरव वर्ष महोत्सव’ के तहत मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में राज्य सरकार द्वारा 7 से 13 नवम्बर तक राज्य के आदिवासी क्षेत्रों में जनजातीय गौरव रथ यात्रा का आयोजन किया गया है। इसमें मार्ग संख्या-1 उमरगाम से एकतानगर तक 665 किमी और अंबाजी से एकतानगर तक 713 किमी, इस प्रकार कुल 1,378 किमी की यात्रा द्वारा आदिवासी क्षेत्रों को समेटने वाली ‘जनजातीय गौरव रथ यात्रा’ आयोजित की गई है।
यात्रा के दौरान जहाँ-जहाँ रथ पहुँचेगा, वहाँ जनता द्वारा स्वागत किया जाएगा और रात्रि विश्राम स्थलों पर भगवान बिरसा मुंडा के जीवन पर आधारित नाटक, प्रदर्शनी तथा केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं की जानकारी भी दी जाएगी। इस यात्रा के माध्यम से स्वास्थ्य जांच शिविर, सेवासेतु, सामूहिक स्वच्छता अभियान सहित अनेक सेवा कार्यक्रम जनभागीदारी से मार्ग में आने वाले गाँवों में आयोजित होंगे। बच्चों, युवाओं और आम जनता को भगवान बिरसा मुंडा के जीवन से परिचित कराने वाले विविध कार्यक्रम भी यात्रा के दौरान आयोजित होंगे।
इसके अतिरिक्त भगवान बिरसा मुंडा के राष्ट्रनिर्माण में योगदान पर चित्रकला, वकृत्व प्रतियोगिता, नाटक-भवाई, व्याख्यान और फिल्म प्रदर्शन जैसे कार्यक्रम भी राज्य सरकार के विभिन्न विभागों द्वारा आयोजित किए जाएंगे। 14 जनजातीय जिलों के अलावा अन्य 20 जिलों में भी 13 से 15 नवम्बर के बीच जनजातीय गौरव वर्ष के विविध आयोजन होंगे।
मुख्यमंत्री कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने अपने कार्यकाल में आदिवासियों के सर्वांगीण विकास को प्राथमिकता देते हुए अनेक कल्याणकारी कार्यक्रम साकार किए हैं। गुजरात में आदिवासियों के सामाजिक और आर्थिक उत्थान हेतु प्रारंभ की गई वनबंधु कल्याण योजना को राज्य सरकार ने 1 लाख करोड़ के प्रावधान के साथ 2025 तक बढ़ाई है, ऐसा भी मुख्यमंत्री ने कहा।
उन्होंने बताया कि पीएम जनमन अभियान के तहत राज्य के आदिम समूहों को प्रधानमंत्री आवास योजना के आवास, मोबाइल नेटवर्क सुविधा के लिए 21 मोबाइल टावर और 4G सेवाएँ भी उपलब्ध कराई गई हैं। उन्होंने कहा कि ‘आदिकर्मयोगी अभियान’ के तहत राज्य के 01 लाख 40 हजार से अधिक लोगों ने ‘आदिवासी ग्राम विज़न 2030’ तैयार करने में भाग लेकर ग्राम स्तर पर विकास के लिए ‘विलेज एक्शन प्लान’ बनाया है, जिसकी उन्होंने सराहना की।
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री मोदी द्वारा निर्धारित “विकसित भारत @2047” में आदिवासियों के योगदान को महत्वपूर्ण बताते हुए ‘वोकल फॉर लोकल’ के माध्यम से अधिक से अधिक स्वदेशी वस्तुओं को अपनाने और स्थानीय आदिवासी हस्तकला, कारीगरी, खान-पान को प्रोत्साहित करके जनजातीय गौरव को उजागर करने का आह्वान किया।
जनजातीय गौरव यात्रा के शुभारंभ अवसर पर राज्य मंत्री प्रवीण माली, स्वरूपजी ठाकोर, कमलेश पटेल, रमेशभाई कटारा, अग्रणी रत्नाकरजी, राज्यसभा सांसद बाबुभाई देसाई, रमीला बेन बारा, विधायक अनिकेत ठाकोर, आदिवासी प्रमुख सचिव शमीना हुसैन, पूर्व मंत्री कुबेरभाई डिंडोर, हरिभाई चौधरी, जिला कलेक्टर मिहिर पटेल, जिला विकास अधिकारी एम.जे. दवे, जिला पुलिस अधीक्षक प्रशांत सुम्बे सहित अधिकारीगण, विशिष्टजन और बड़ी संख्या में आदिवासी समाज के अग्रणी तथा नागरिक उपस्थित रहे।
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(Udaipur Kiran) / Abhishek Barad