Uttar Pradesh

डा. मुखर्जी के सपनों को साकार कर रही है मोदी सरकार

संबोधित करते विधायक प्रकाश द्विवेदी

बांदा, 23 जून (Udaipur Kiran) । भारत कि एकता व अखंडता के लिए अपना सम्पूर्ण जीवन समर्पित करने वाले महान शिक्षाविद और प्रखर राष्ट्रवादी विचारक एवं भारतीय जनता पार्टी के संस्थापक तथा एक देश एक संविधान के समर्थक डाॅ श्यामा प्रसाद मुख़र्जी कि पुण्यतिथि पर भारतीय जनता पार्टी द्वारा एक संगोष्ठी आयोजित की गई l वक्ताओं ने कहा कि डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने कश्मीर का भारत में विलय और धारा 370 को समाप्त करने के लिए अपने आप को बलिदान कर दिया।

मुख्य अतिथि ब्रजकिशोर गुप्ता पूर्व जिलाध्यक्ष हमीरपुर ने अपने सम्बोधन में कहा कि डाॅ श्यामा प्रसाद मुख़र्जी ने 21 अक्टूबर 1951 को राष्ट्रीय जनसंघ कि स्थापना की थी और चुनाव में राष्ट्रीय जनसंघ के तीन सांसद चुने गए जिनमें से एक सांसद डा मुख़र्जी भी थे l संसद में उन्होंने धारा 370 को समाप्त करने की जोरदार वकालत की थी उन्होंने कहा था कि संविधान लाने के लिए वे अपना जीवन बलिदान कर देंगे l उन्होंने भारत सरकार की अहिंसावादी नीति के फलस्वरुप मंत्रिमंडल से त्यागपत्र देकर संसद में विरोधी पक्ष की भूमिका का निर्वाह करने लगे l एक ही देश में दो झंडे और दो निशान भी उनको स्वीकार नहीं थे अतः उन्होंने कश्मीर का भारत में विलय के लिए आंदोलन छेड़ दिया और अटल बिहारी बाजपेई , वैद्य गुरुदत्त , डा , वर्मन और टेकचंद को लेकर 8 मई 1953 को जम्मू के लिए कूच किया। सीमा प्रवेश के बाद जम्मू कश्मीर सरकार ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया और उसी दौरान 23 जून 1953 को उनकी रहस्यमय मृत्यु हो गई l

सदर विधायक प्रकाश द्विवेदी ने कहा कि माँ भारती की एकता , अखंडता और सम्मान के लिए दिया गया डा , मुख़र्जी का बलिदान हम सबको राष्ट्र सेवा और त्याग की प्रेरणा दायक है l पूर्व सांसद आर के सिंह पटेल ने कहा कि डा, श्यामा प्रसाद मुख़र्जी ने संसद के भीतर राष्ट्रीय लोकतान्त्रिक पार्टी का गठन किया l अगस्त 1947 को स्वतन्त्र भारत के प्रथम मंत्रिमंडल में एक गैर कांग्रेसी मंत्री के रूप में उन्होंने वित्त मंत्रालय का कार्यभार संभाला l उन्होंने चितरंजन में रेल इंजन का कारखाना , विशाखा पट्टनम में जहाज बनाने का कारखाना और बिहार में खाद बनाने का कारखाना स्थापित करवाये l नरैनी विधायक ओममणी वर्मा ने कहा कि उन्होंने कश्मीर को लेकर एक नारा दिया था एक देश में दो विधान , दो प्रधान और दो निशान नहीं चलेगा l एक महान देश भक्त और संसद शिष्ट के रूप में भारत उन्हें आज भी सम्मान के साथ याद करता है l

आज की अध्यक्षता करते हुए जिलाध्यक्ष कल्लू सिंह राजपूत ने सभी से डा , मुख़र्जी के पदचिन्हों पर चलने का आह्वावन करते हुए सभी का आभार व्यक्त किया एवं कार्यक्रम के समापन की घोषणा की l इस अवसर पर अशोक त्रिपाठी जीतू, अखिलेश श्रीवास्तव, अखिलेश नाथ दीक्षित , विवेकानंद गुप्ता, धर्मेन्द्र त्रिपाठी, ममता मिश्रा, उत्तम सक्सेना, प्रेम नारायण द्विवेदी, राजेश गुप्ता रज्जन, प्रेम स्वरुप द्विवेदी, संतू गुप्ता आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे l

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(Udaipur Kiran) / अनिल सिंह

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