
सिरसा, 30 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । सिरसा के विधायक गोकुल सेतिया ने कहा कि विधानसभा क्षेत्र के कामों के लिए अगर सीएम की गाड़ी के आगे लेटना पड़े तो मैं लेट जाऊंगा।
विधानसभा में संघर्ष करना पड़े तो वहां भी संघर्ष करूंगा। विधायक ने साफ कहा कि हर मांग के लिए अब वे प्रभावी और सार्वजनिक तरीके से जवाब मांगेंगे।
विधायक सेतिया गुरुवार को सिरसा में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि उनके लिखित शिकायतों और मांगों पर एक साल से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई।
मैंने जो काम लिखित रूप में दिए थे, उन पर एक साल से कोई भी कार्रवाई नहीं हुई। अब संघर्ष का बिगुल बजाएंगे और आने वाले चार साल तक सबके चूल्हे हिला दूंगा। उन्होंने खुलासा किया कि शासन-प्रशासन ने उनकी शिकायतों को अनसुना कर दिया है और इसलिए अब उन्हें मजबूरन सडक़ों पर उतरना पड़ रहा है।
गोकुल सेतिया ने कहा कि नौ महीने बाद सिरसा में आयोजित होने वाली कष्ट निवारण समिति की बैठक में वे अपनी तमाम शिकायतें उठाने वाले थे, लेकिन अपने आपको गब्बर कहने वाले मंत्री ने बैठक ही स्थगित कर दी जिससे वे बेहद आक्रोशित हैं। उन्होंने बैठक स्थगन का आरोप सीधे मंत्री और प्रशासन पर लगाया और कहा कि यह जनता के साथ छल जैसा व्यवहार है।
विधायक ने कहा कि चार नवंबर को होने वाली दिशा की बैठक में वे अधिकारियों को घेरने एवं जवाब मांगने का काम प्रभावी ढंग से करेंगे।
उन्होंने कहा कि उस दिन वे उन सभी मुद्दों की फाइलें और लिखित शिकायतें सार्वजनिक तरीके से प्रस्तुत करेंगे और कार्रवाई का हिसाब मांगेगे।
गोकुल सेतिया ने दावा किया कि जनता के बेसिक कामों के न होने से क्षेत्र की स्थिति बिगड़ रही है और जनता उनसे जवाब मांगेगी। उन्होंने शासन-प्रशासन से तत्काल कार्रवाई और जवाबदारों के खिलाफ कार्रवाई की मांग दोहराई। उन्होंने कहा कि यदि वे सरकार के अच्छे कामों का समर्थन करते हैं तो जायज कामों के लिए सडक़ों पर उतरना भी जानते हैं।
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(Udaipur Kiran) / Dinesh Chand Sharma