

मुंबई,17 जून ( हि.स.) । ठाणे शहर के घोड़बंदर रोड पर चितलसर मानपाड़ा में महाराष्ट्रनगर का पुनर्विकास पिछले 15 सालों से अटका हुआ है,जबकि डेवलपर्स ने पिछले 33 महीनों से किराया भी रोक रखा है। अब निवासियों ने डेवलपर्स के खिलाफ आवाज उठाई है जो सिर्फ धक्का-मुक्की कर रहे हैं। अपनी शिकायतें व्यक्त करने के बाद विधायक संजय केलकर ने सत्र में अपनी आवाज उठाई थी उन्होंने आज फिर कहा कि वे पुनर्विकास को पटरी पर लाने के लिए विधान सभा सत्र में यह मुद्दा उठाएंगे।
ठाणे शहर के विधायक संजय केलकर ने आज अपने बयान में बताया है कि महाराष्ट्रनगर में 348 परिवार अपने हक के मकान से वंचित हैं। 2010 में शुरू हुई पुनर्विकास प्रक्रिया अभी भी अधूरी है और निवासियों ने डेवलपर पर करीब 33 महीने का किराया रोके रखने का आरोप लगाया है।जबकि यहां के 50 निवासी हक के मकान का सपना लेकर इस दुनिया से चले गए, लेकिन डेवलपर अभी भी लगातार तारीखें दे रहा है। फिलहाल निर्माण पूरी तरह से बंद है और निवासी परेशान हैं। उन्होंने इस संबंध में विधायक संजय केलकर से मुलाकात कर अपनी शिकायतें बताईं हैं।
इसी दौरान विधायक संजय केलकर के नेतृत्व में डेवलपर के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया गया। इस अवसर पर बोलते हुए, केलकर ने कहा, ठाणे में डेवलपर्स द्वारा धोखाधड़ी में वृद्धि हुई है और हम कुछ परियोजनाओं को जमीन पर उतारने में सफल रहे हैं। उन्होंने बताया कि कुछ डेवलपर्स के खिलाफ आपराधिक कार्रवाई करने की प्रक्रिया चल रही है। केलकर ने आव्हान किया है कि वह महाराष्ट्रनगर के निवासियों के साथ हैं और जब तक उन्हें घर नहीं मिल जाते, तब तक काम करते रहेंगे। इस संबंध में, ठाणे शहर के विधायक केलकर ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि महाराष्ट्रनगर पुनर्विकास का मुद्दा आगामी मानसून सत्र में उठाया जाएगा।
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(Udaipur Kiran) / रवीन्द्र शर्मा
