
देहरादून, 15 सितंबर (Udaipur Kiran) । उत्तराखंड में मानसून के दौरान चारधाम यात्रा पूरी तरह चरमराई हुई है। इस दौरान चारधाम से जुड़े कारोबारियों की रोज़ी-रोटी पर संकट खड़ा हो गया है। यमुनोत्री विधानसभा क्षेत्र के निर्दलीय विधायक संजय डोभाल ने इस मुद्दे पर सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं और मुख्यमंत्री आवास घेराव की चेतावनी तक दी है।
संजय डोभाल ने सोमवार को कहा कि चारधाम यात्रा सिर्फ प्राकृतिक आपदाओं के कारण प्रभावित नहीं है, बल्कि इसके पीछे सरकार की सुनियोजित साजिश भी है। उनका आरोप है कि मास्टर प्लान लागू नहीं किया गया, रोपवे का काम धीमी गति से चल रहा है और श्रद्धालुओं को हर 10–20 किलोमीटर पर चेकिंग के नाम पर परेशान किया जाता है, ताकि उनकी यात्रा का अनुभव खराब हो।
डोभाल ने कहा कि 2024 की बारिश से यमुनोत्री धाम और जानकी चट्टी आपदा की चपेट में आए थे, लेकिन आज तक सुरक्षात्मक कार्य शुरू नहीं हुए। हालिया आपदा के बाद भी सड़कों और पुलों की मरम्मत नहीं की गई है। संजय डोभाल ने प्रदेश की कानून व्यवस्था पर भी सवाल उठाए। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस मनमाने तरीके से कार्रवाई करती है और स्थानीय नेताओं की शह पर लोगों को परेशान किया जाता है। पंचायत और निकाय चुनावों में भी कानून व्यवस्था की धज्जियां उड़ाई गईं। उन्होंने नौकरशाही पर भी निशाना साधते हुए कहा कि जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा की जा रही है और जिला स्तर पर प्रस्तावों को गंभीरता से नहीं लिया जाता।
डोभाल का आरोप है कि उत्तरकाशी में भ्रष्टाचार चरम पर है। यहां सैकड़ों करोड़ का जिला पंचायत घोटाला हुआ, लेकिन भाजपा ने भ्रष्टाचारियों को संरक्षण देकर अपनी पार्टी में शामिल कर लिया। उन्होंने ट्रांसफर–पोस्टिंग को भ्रष्टाचार का बड़ा खेल बताया और मनरेगा योजनाओं में भी करोड़ों की गड़बड़ी का आरोप लगाया।
संजय डोभाल का कहना है कि सरकार जनता की पीड़ा सुनने के बजाय भ्रष्टाचारियों और बेलगाम नौकरशाही को बढ़ावा देने में लगी है। चारधाम यात्रा, कानून व्यवस्था और विकास कार्यों को लेकर लगाए गए इन आरोपों ने एक बार फिर सरकार की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
(Udaipur Kiran) / विनोद पोखरियाल
