
नई दिल्ली, 28 जुलाई (Udaipur Kiran) । वित्त मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि वित्त वर्ष 2025-26 में भारतीय अर्थव्यवस्था स्थिर रुख के साथ वृद्धि के रास्ते पर आगे बढ़ रही है। हालांकि, मंत्रालय का कहना है कि कर्ज वृद्धि में सुस्ती जरूर चिंता का विषय है।
वित्त मंत्रालय ने जून, 2025 के लिए जारी मासिक आर्थिक समीक्षा रिपोर्ट में यह जानकारी दी है। मंत्रालय ने अपनी मासिक आर्थिक समीक्षा में कहा है कि चालू वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में घरेलू आपूर्ति और मांग की बुनियाद मजबूत दिखाई दे रहे हैं। रिपोर्ट के मुताबिक अर्थव्यवस्था स्थिर रुख के साथ वृद्धि के रास्ते पर अपनी गति को बनाये हुए है।
रिपोर्ट के मुताबिक मुद्रास्फीति लक्ष्य के दायरे में रहने और मानसून में अच्छी प्रगति के साथ घरेलू अर्थव्यवस्था अपेक्षाकृत मजबूती के साथ वित्त वर्ष 2025-26 की दूसरी तिमाही में प्रवेश की है। हालांकि, वैश्विक स्तर पर तनाव और नहीं बढ़ा है, लेकिन वैश्विक नरमी, विशेष रूप से अमेरिका में कमजोर आर्थिक वृद्धि दर भारतीय निर्यात की मांग को और कम कर सकती है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिकी की आर्थिक वृद्धि दर 2025 की पहली तिमाही में 0.5 फीसदी घटी है, जो भारतीय निर्यात की मांग को और कम कर सकती है।
मंत्रालय की रिपोर्ट में कहा गया है, अमेरिकी टैरिफ के मोर्चे पर जारी अनिश्चितता आने वाली तिमाहियों में भारत के व्यापार प्रदर्शन पर असर डाल सकती है। धीमी ऋण वृद्धि और निजी निवेश की इच्छा आर्थिक गति में तेजी को सीमित कर सकती है।
इस समीक्षा रिपोर्ट में कहा गया है कि स्थिर मूल्यों में मापी गई आर्थिक गतिविधि वास्तविकता से कहीं अधिक स्वस्थ प्रतीत हो सकती है। रिपोर्ट में कहा गया है कि व्यापार तनाव, वैश्विक स्तर पर अस्थिरता और बाहरी अनिश्चितताओं जैसी वैश्विक चुनौतियों के बावजूद भारत की वृहद आर्थिक बुनियाद मजबूत बनी हुई है।
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(Udaipur Kiran) / प्रजेश शंकर
