
नई दिल्ली, 01 सितंबर (Udaipur Kiran) । दिल्ली के पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने सोमवार को दिल्ली के सभी 11 जिलों के जिला मजिस्ट्रेट के साथ वीडियो कॉन्फ़्रेंस कर गणेश चतुर्थी व आगामी दुर्गा पूजा विसर्जन की तैयारियों काे लेकर समीक्षा की।
वरिष्ठ अधिकारियों ने मंत्री को बताया कि श्रद्धालुओं को सुरक्षित व सहज विसर्जन स्थल उपलब्ध कराने के लिए पश्चिम दिल्ली में 20, पूर्व में 16, उत्तर‐पश्चिम में 12, दक्षिण‐पूर्व में 9, दक्षिण‐पश्चिम में 7, शाहदरा, दक्षिण और उत्तर‐पूर्व में 5-5, मध्य दिल्ली में 4 तथा उत्तर दिल्ली में एक कृत्रिम तालाब तैयार किए जा रहे हैं।
पर्यावरण मंत्री ने कहा कि हमारा पहला कर्तव्य यमुना को स्वच्छ रखना है, साथ ही हर भक्त को उत्सव मनाने का सही माहौल देना। नदी की बजाय विशेष तालाबों में विसर्जन करके हम परंपरा को जीवित रखते हुए पर्यावरण के प्रति अपनी जिम्मेदारी का भी निर्वाह कर सकेंगे।
पर्यावरण मंत्री को बताया गया कि तालाबों की संख्या व स्थान स्थानीय विधायकों व रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशनों से समन्वय कर तय किए गए हैं, ताकि हर मोहल्ले के निकट सुविधा हो। सिंचाई व बाढ़ नियंत्रण विभाग तालाब खुदाई का कार्य कर रहा है, जबकि दिल्ली जल बोर्ड इन्हें स्वच्छ जल से भरेगा।
सिरसा ने निर्देश दिया कि विसर्जन के बाद वही पानी सड़क धूल नियंत्रण व पार्क सिंचाई में दोबारा इस्तेमाल हो। हर स्थल पर मुख्य जिला चिकित्सा अधिकारी की निगरानी में इमरजेंसी चिकित्सा सुविधा व एम्बुलेंस तैनात रहेगी। उत्सव समितियों से कहा गया है कि वे अपने विसर्जन मार्ग दिल्ली पुलिस को दें, ताकि समय रहते ट्रैफिक डायवर्जन, सीसीटीवी व भीड़ प्रबंधन सुनिश्चित हो सके।
मंत्री ने कहा कि दिल्ली के लोगों को यहां त्योहार जोड़ते हैं इसलिए इन्हें मानने के लिए सही वातावरण प्रदान करना हमारी जिम्मेदारी है। हर भक्त को बिना असुविधा के मूर्ति विसर्जन का अधिकार है और हम इसके लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं।
जिला टीमों की संयुक्त मेहनत की सराहना करते हुए सिरसा ने कहा कि जब आस्था जिम्मेदारी से जुड़ती है तो यमुना स्वच्छ, हवा शुद्ध और हमारे पर्व और भी जीवंत बनते हैं। मेरी अपील है दिल्ली के लोगों से कि हम आज जश्न मनाते हुए भी यमुना को कल के लिए स्वच्छ रखने का संकल्प लें।
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(Udaipur Kiran) / धीरेन्द्र यादव
