
नई दिल्ली, 20 जून (Udaipur Kiran) । दिल्ली के पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने शुक्रवार को लोधी रोड पर धूल को दबाने और कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिए लगे ऑटोमैटिक मिस्टिंग सिस्टम का निरीक्षण किया। ये सिस्टम न केवल सेंट्रल दिल्ली में बल्कि द्वारका की डीडीए सड़कों पर भी चालू हैं।
निरीक्षण के दौरान मंत्री सिरसा ने कहा कि दिल्ली बदल रही है। हम प्रदूषण से लड़ने के लिए डेटा-ड्रिवन और टेक्नोलॉजी-बेस्ड सॉल्यूशन्स लागू कर रहे हैं। दिल्ली में प्रदूषण रोकने के लिए किए जा रहे काम आने वाले समय में अन्य राज्यों के लिए भी एक मानक बनेंगे। लोधी रोड पर पूरा हो चुका यह प्रोजेक्ट 560 मीटर में फैला हुआ है, जहां 15 पोल लगाए गए हैं। हर पोल पर 30 हाई-प्रेशर ब्रास और स्टेनलेस स्टील मिस्टिंग नोज़ल्स लगाए गए हैं, जो 40 बार प्रेशर पर 2.8 लीटर प्रति घंटा की दर से अल्ट्रा-फाइन मिस्ट स्प्रे करते हैं। यह सिस्टम 10 एचपी के मिस्टिंग पंप से संचालित होता है, जिसमें एसएस पाइपलाइन, आरओ यूनिट, पीवीसी टैंक, कंट्रोल पैनल और एक समर्पित पंप रूम शामिल है। इस पूरे सिस्टम की कुल लागत पंपरूम सहित 34 लाख रुपये रही है।
लोधी रोड और द्वारका के अलावा, अफ्रीका एवेन्यू (850 मीटर, 30 पोल) और शांति पथ (900 मीटर, 30 पोल) पर भी ऐसे ही सिस्टम लगाए जा रहे हैं। मंत्री ने बताया कि अगले चरण में 25 से अधिक दिल्ली की प्रमुख सड़कों जैसे भवन दास रोड, तिलक मार्ग, जाकिर हुसैन मार्ग, शाहजहां रोड, अशोक रोड, हनुमान मंदिर, खान मार्केट आदि को भी कवर किया जाएगा।
मंत्री ने बताया कि सरकार की व्यापक रणनीति के तहत पूरे वर्ष 1,000 वाटर स्प्रिंकलर, 140 एंटी-स्मॉग गन, 200 मैकेनिकल रोड स्वीपर, 70 इलेक्ट्रिक लिटर पिकर और 38 वॉटर टैंकर तैनात किए जा रहे हैं। मॉनिटरिंग के लिए जीपीए कैमरा सेंसर और सेंट्रल डैशबोर्ड का उपयोग किया जा रहा है। इसके अलावा, 3000 वर्ग मीटर से बड़े सभी कमर्शियल हाईराइज़ बिल्डिंग्स—जैसे मॉल्स और होटल्स—को अनिवार्य रूप से रूफटॉप एंटी-स्मॉग गन लगाने का निर्देश दिया गया है।
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(Udaipur Kiran) / धीरेन्द्र यादव
