मुंबई, 22 सितंबर (Udaipur Kiran News) । मुंबई महानगर में लगातार पानी की समस्या विकट होती जा रही है। भविष्य में निर्माण होनी वाली समस्या से निपटने के लिए मुंबई उपनगर के पालक मंत्री आशिष शेलार ने मुंबई मनपा आयुक्त भूषण गगरानी को गारगाई बांध परियोजना के निर्माण के लिए अगले 2 महीने के भीतर टेंडर जारी करने का निर्देश दिया है।
मंत्री शेलार ने सोमवार को मनपा मुख्यालय पहुंचकर बीएमसी आयुक्त गगरानी के साथ बैठक की और परियोजना कार्यों की समीक्षा की। गारगाई बांध को राज्य सरकार से अनुमति मिल चुकी है। केंद्रीय वन विभाग की कुछ अनुमतियां लंबित हैं। शेलार ने केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव से फ़ोन पर संपर्क कर इस परियोजना के लिए शीघ्र अनुमति दिलाने का अनुरोध किया। उन्होंने मनपा आयुक्त को निर्देश दिया कि अनुमति मिलने के दो महीने के भीतर निविदाएं जारी की जाएं।
मुंबई को वर्तमान में प्रतिदिन 4000 मीलियन लीटर पानी की आपूर्ति की जाती है. जबकि 4600 मीलियन लीटर पानी की मांग है। कई जगहों पर पानी की समस्या है। कई इलाकों में लोग पानी की टैंकर से पानी खरीद रहे हैं। पानी चोरी और रिसाव का अलग मसला है। साल 2041 तक महानगर की आबादी 1 करोड़ 72 लाख तक पहुंच जाएगी और 6,535 एमएलडी पानी की जरूरत होगी। लगातार बढ़ रही पानी की समस्या से निपटने के लिए पिछले कई साल से लंबित परियोजनाओं पर विचार शुरु हो गया है। इनमें मालाड के मनोरी में 200 एमएलडी प्रतिदिन क्षमता वाली खारे पानी की शुद्धिकरण परियोजना, गारगई परियोयना (440 एमएलडी प्रतिदन), पिंजल (865 एमएलडी प्रतिदिन) और दमनगंगा पिंजल नदी लिंक परियोजना (1,586 एमएलडी प्रतिदिन) शामिल हैं।
गारगई बांध परियोजना को अनुमति मिलने के बाद निर्माण कार्य पूरा होने में लगभग 4 वर्ष लगेंगे। इस परियोजना पर 3,100 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। गारगई के साथ ही पिंजल और दमनगंगा परियोजना काम रुका हुआ है।
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(Udaipur Kiran) / वी कुमार
