Delhi

मंत्री आशीष सूद ने पंजाबी बाग क्षेत्र में स्वच्छता और कूड़ा प्रबंधन की व्यवस्था का किया निरीक्षण

दिल्ली के शहरी विकास मंत्री आशीष सूद  सोमवार को पंजाबी बाग क्षेत्र में सफाई व्यवस्था का निरीक्षण करते  हुए

नई दिल्ली, 17 नवंबर (Udaipur Kiran) । दिल्ली के शहरी विकास मंत्री आशीष सूद ने सोमवार को वार्ड 92 (पंजाबी बाग) शिवाजी एन्क्लेव, नियर एनिमल हॉस्पिटल, आर ब्लॉक झुग्गियां, राजीव गांधी कैंप आदि क्षेत्रों में स्वच्छता और कूड़ा प्रबंधन का निरीक्षण किया।

निरीक्षण में मंत्री के साथ क्षेत्रीय विधायक कैलाश गंगवाल, दिलली नगर निगम, दिल्ली लोक निर्माण विभाग, दिल्ली जल बोर्ड और दिल्ली शहरी आश्रय सुधार बोर्ड के अधिकारी भी उपस्थित रहे। निरीक्षण के दौरान उन्होंने स्थानीय लोगों से संवाद कर इलाके की समस्याओं की जानकारी भी ली। मौके पर ही सूद ने संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए ताकि क्षेत्र में स्वच्छता के प्रयासों को और गति मिल सके।

सूद ने कहा कि आम आदमी पार्टी (आआपा) के दस वर्ष के कार्यकाल और पिछले ढाई वर्षों में नगर निगम के गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार के कारण दिल्ली को पंगु स्थिति में पहुंचा दिया है। समस्याओं के समाधान में निगम की कोई रुचि नहीं थी जिसके कारण अनेक चुनौतियां वर्तमान सरकार को विरासत में मिली हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के नेतृत्व में हम दिल्ली की सभी विकट समस्याओं जैसे दिल्ली में साफ सफाई, प्रदूषण की रोकथाम आदि के समाधान का वैज्ञानिक तरीके से अध्ययन कर रहे हैं और चरणबद्ध रूप से समाधान सुनिश्चित किया जा रहा है। उन्होंने कहा की सरकार रातों-रात जादू की छड़ी से विरासत में मिली दशकों पुरानी समस्याओं को एक दम समाप्त तो नहीं कर सकती परंतु हमारी सरकार पूरी सम्वेदनशीलता, संकल्प और पारदर्शिता के साथ काम कर रही है।

शहरी विकास मंत्री ने बताया कि वोट बैंक की राजनीति के चलते आआपा ने दिल्ली के कई इलाकों में 60 फुट की सड़कों पर अतिक्रमण करवाकर उसे 20 फुट तक सीमित कर दिया था जिससे आवागमन और सफाई दोनों प्रभावित हुए। वर्षों से जर्जर पड़े टॉयलेट कॉम्प्लेक्स और झुग्गिवासियों को मूलभूत सुविधाओं की कमी भी पिछले शासन की उदासीनता ओर लापरवाही का ही परिणाम है। झुग्गी और मलिन बस्तियों में बुनियादी सुविधाओं की कमी की नाराजगी हमें झेलनी पड़ रही है जबकि जूठे वायदे उन लोगों ने किए थे।

सूद ने एनिमल हॉस्पिटल शिवाजी एनक्लेव के सामने कई जगह कूड़े के ढेरों को देखकर निगम और सफाई कर्मचारियों के प्रति अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए अधिकारियों को कहा की जिस जगह पर कूड़े के ढलाव की सबसे ज्यादा जरूरत है। उस स्थान को चिन्हित कर वहां पर ढलाव को बनवाया जाए। इसके साथ ही कूड़े को उठाने के लिए यदि ज्यादा ट्रक और छोटे टिप्परों की जरूरत पड़ती है तो उसकी भी खरीद तुरंत की जाए। उन्होंने एमसीडी के अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए की कूड़े को ओखला की जगह भलस्वा लैंडफिल साइट भेजा जाए ताकि कूड़े के ट्रक ज्यादा चक्कर लगा सके और कूड़ा तेजी से उठ सके।

इसके साथ ही मंत्री ने इस जगह के नाले को भी देखा जहां कई वर्षों से गाद निकालना और साफ-सफाई नहीं हुई थी। मंत्री ने पीडब्ल्यूडी और एमसीडी के अधिकारियों को कहा कि वह तुरतं इस नाले की साफ सफाई कराए और जहां-जहां से टूटा हुआ है, उसकी मरम्मत की जाए। मंत्री ने आर ब्लॉक की झुग्गियों के सामने बने हुए जन सेवा केंद्र के सार्वजनिक शौचालय को भी देखा। शौचालय डीयूएसआईबी का है किंतु वहां की सफाई एवं शौचालयों का रख-रखाव निगम द्वारा किया जा रहा है। मंत्री ने निर्देश दिया कि डीयूएसआईबी उस भूमि को पुनः अपने अधिकार में लेकर इसको अतिक्रमण से मुक्त करा कर इस स्थान पर तीन मंजिला शौचालय कंपलेक्स बनाया जाए जिसमें महिलाओं के लिए भी शौचालय आदि की सुविधा हो। यह सारा काम 20 फरवरी से पहले हो जाना चाहिए।

मंत्री ने राजीव गांधी कैंप का निरीक्षण करने के बाद वहां बाउंड्री वॉल के निर्माण के निर्देश दिए। उन्होंने डीसी (एमसीडी) की अध्यक्षता में एक कमिटी बनाने के निर्देश भी दिए। डीसी (एमसीडी) द्वारा मंत्री को अवगत कराया गया कि पंजाबी बाग चौक के पास धूल की गंभीर समस्या है। जिस कारण यह क्षेत्र प्रदूषण का हॉटस्पॉट बना हुआ है। इसके साथ ही यहां पर एक सीमेंट साइट भी है। इस कारण भी यहां निरंतर धूल उठती रहती है। साथ ही पंजाबी बाग में एक शमशान घाट भी है जिसमें प्रतिदिन दाह संस्कार के लिए 12000 किलो लकड़ियों का प्रयोग किया जाता है। इन सब कारणों से भी यह क्षेत्र प्रदूषण का हॉटस्पॉट बना हुआ है। उन्होंने डीसी एमसीडी और अन्य अधिकारियों को इस स्थान पर प्रदूषण में कमी लाने के लिए कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश भी दिए।

मंत्री ने स्थानीय निवासियों को आश्वस्त किया कि वह एमसीडी, पीडब्ल्यूडी और अन्य अधिकारियों के साथ संपर्क में रहे और यह सुनिश्चित करें कि जिन स्थानों पर कूड़ा आदि की समस्याएं हैं। वहां से नियमित रूप से कूड़ा उठाया जाए। उस स्थान की फोटो खींचकर प्रतिदिन मंत्री के मोबाइल पर भी भेजे।

मंत्री ने कहा कि वह 15 दिन बाद दोबारा इस जगह का दौरा करेंगे और दिए गए दिशा-निर्देशों के अनुपालन की स्थिति का भी जायजा लेंगे।

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(Udaipur Kiran) / धीरेन्द्र यादव