हुगली, 14 सितंबर (Udaipur Kiran) । हुगली-चुंचुड़ा नगर पालिका से बड़े वित्तीय घोटाले की खबर सामने आई है। आरोप है कि म्यूटेशन कराने के लिए जो राशि ली गई, वह नगर पालिका के खजाने में जमा ही नहीं हुई। इस मामले में नगर पालिका का एक कर्मचारी आरोपों के घेरे में है। मामला सामने आने पर जब अधिकारी ने पूछताछ की, तो कर्मचारी ने स्वीकार किया कि उसने करीब 15 ऐसे म्यूटेशन करा दिए हैं। बताया जा रहा है कि प्रत्येक म्यूटेशन में कम से कम 25 से 30 हजार रुपये जमा होते हैं। इस हिसाब से लाखों रुपये की हेराफेरी का आरोप लग रहा है।
नपा चेयरमैन अमित राय ने कहा, “अब तक पता चला है कि यह काम केवल एक व्यक्ति ने किया है। उसे कारण बताओ नोटिस (शोकॉज) दिया गया है। साथ ही हम थाने में एफआईआर दर्ज कराकर पूरे मामले की जांच की मांग कर रहे हैं। जो भी इस घोटाले में शामिल होगा, उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई होगी।”
तृणमूल समर्थित कर्मचारियों की यूनियन के उपाध्यक्ष असीम अधिकारी ने कहा, “हर महीने हमारे वेतन पर टालमटोल होता है। वहीं, नगर पालिका के राजस्व से आने वाली रकम म्यूटेशन और टैक्स के नाम पर इस तरह हेराफेरी हो रही है। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। कर विभाग में एक इंचार्ज हैं, उन्हें पता नहीं चला कि इतने महीनों से यह खेल चल रहा है?”
सीआईटीयू समर्थित यूनियन के सदस्य सौरव गांगोपाध्याय ने कहा, “हमें भी इस घटना की जानकारी मिली है। जांच चल रही है। हमने नगर पालिका से कहा है कि आप उचित कदम उठाएं, सभी यूनियन इसमें आपका साथ देंगी। कोई फाइल पास नहीं हुई, फिर भी म्यूटेशन हो गया। यह गंभीर मामला है।”
वहीं, भाजपा के हुगली सांगठनिक जिला महासचिव सुरेश साव ने आरोप लगाया, “नगर पालिका में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ है। कई ऐसे लोग हैं जिन्होंने टैक्स नहीं चुकाया, फिर भी उनका म्यूटेशन हो गया है। लेकिन भाजपा जिला कार्यालय का टैक्स चुकाने के बावजूद आज तक म्यूटेशन नहीं हुआ। यह तृणमूल संचालित भ्रष्ट नगर पालिका का जीता-जागता उदाहरण है।”
कर विभाग के प्रभारी अधिकारी नितीश घोष कैमरे के सामने आने से बचने की कोशिश करते दिखे। उन्होंने बस इतना कहा, “इस बारे में जो भी कहना होगा, नगर पालिका के अधिकारी कहेंगे।”
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(Udaipur Kiran) / धनंजय पाण्डेय
