मुंबई, 24 जून (Udaipur Kiran) । मिल मजदूरों ने अपने घरों के मुद्दे को लेकर आंदोलन छेड़ने का ऐलान किया है। मानसून सत्र के दौरान मिल मजदूर विधानसभा का घेराव करने निकलेंगे। मोर्चे की तारीख गुरुवार को घोषित की जाएगी।
राष्ट्रीय मिल मजदूर संघ के नेतृत्व में यह मोर्चा निकला जाएगा, जिसमें 12 संगठनों के कार्यकर्ता शामिल होंगे।राष्ट्रीय मिल मजदूर संघ के अध्यक्ष व विधायक सचिन अहीर ने कहा कि किसी भी पार्टी की सरकार हो, हर मिल मजदूर को घर मिलने तक लड़ाई जारी रहेगी। सरकार को चैन से बैठने नहीं दिया जाएगा। शेलू और वांगणी में मकान बेचने के लिए मजदूरों और उत्तराधिकारियों पर डाले जा रहे दबाव का विरोध करते हुए पूर्व गृह निर्माण राज्यमंत्री सचिन अहीर ने कहा कि सरकार को सरकारी अध्यादेश में मजदूरों के आवास के अधिकार को नकारने वाले खंड को निरस्त करना होगा। आवास का मुद्दा राजनीतिक नहीं बल्कि मिल मजदूरों का अधिकार है। इसके लिए मजदूर संघों का एक प्रतिनिधिमंडल मानसून सत्र से पहले सांसदों और विधायकों से मुलाकात करेगा। मजदूरों के आवास मुद्दे पर आंदोलन की तारीख 27 जून को मुंबई मराठी पत्रकार संघ में आयोजित पत्रकार परिषद में घोषित की जाएगी।
महासचिव गोविंदराव मोहिते के अनुसार मुंबई में मिल मजदूरों के घरों के लिए बड़ी मात्रा में जगह उपलब्ध है, लेकिन सरकार को इसके लिए मानसिकता बनानी चाहिए। सर्व श्रमिक संगठन के बी.के.आम्ब्रे, संयुक्त मराठी मुंबई आंदोलन के रमाकांत बने, गिरनी कामगार सेना के अध्यक्ष सत्यवान उबे, मुंबई गिरनी कामगार संघ के अरुण निंबालकर और एनटीसी कामगार संघ के बबन मोरे सहित विभिन्न संगठनों के पदाधिकारियों ने मोर्चे का समर्थन किया है।
यह चेतावनी आज परेल के मनोहर फाल्के हॉल में सभी मजदूर संघों की बैठक में दी।14 जून को मिल मजदूरों के घरों के मुद्दे पर एकजुट हुए राष्ट्रीय मिल मजदूर संघ कार्यालय की पहली बैठक में संगठन के अध्यक्ष विधायक सचिन अहीर की मौजूदगी में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर आंदोलन की अगली दिशा तय करने का फैसला किया गया। तदनुसार, आज परेल के मनोहर फाल्के हॉल में यह बैठक आयोजित की गई। सचिन अहीर करीब 12 मजदूर संघों की बैठक में बोल रहे थे। प्रारंभ में मनीषा पेडमकर, गिरनी कामगार वरस संघर्ष सेवा समिति के आनंद मोरे, हेमंत धागा जन कल्याण फाउंडेशन के हेमंत गोसावी और अन्य श्रमिक नेताओं ने अपने भाषणों में इस लड़ाई को एक साथ लड़ने का दृढ़ संकल्प व्यक्त किया। मिल मजदूर रोजगार व आश्रय, कल्याण सेवा संगठन, मिल मजदूर सभा, सातारा जिला कामगार समिति आशा सहित 12 श्रमिक संगठनों के नेता बैठक में उपस्थित थे। पत्रकार संघ महाराष्ट्र के संगठन सचिव राजेंद्र सालस्कर ने इस लड़ाई के लिए समर्थन व्यक्त किया। बैठक में कोंकण, पुणे, सातारा, कोल्हापुर, कराड आदि जिलों से बड़ी संख्या में मिल मजदूर कार्यकर्ता उपस्थित थे।
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(Udaipur Kiran) / वी कुमार
