Bihar

एमजीसीयू में हिन्दी पखवाड़ा के उद्धाटन पर स्वरचित काव्यपाठ प्रतियोगिता का आयोजन

कार्यक्रम को संबोधित करते शिक्षक
हिंदी पखवाड़ा के उद्धाटन पर जुटे शोधार्थी व शिक्षक

पूर्वी चंपारण,02 सितंबर (Udaipur Kiran) ।महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय के राजभाषा प्रकोष्ठ तथा हिंदी विभाग द्वारा हिंदी पखवाड़ा- 2025 उद्घाटन किया गया। इस अवसर पर ‘स्वरचित काव्य पाठ प्रतियोगिता’ का भी आयोजन किया गया।

कार्यक्रम दो चरणों में संपन्न हुआ। प्रथम चरण ‘उद्घाटन सत्र’ तथा दूसरे चरण ‘स्वरचित काव्य पाठ’ प्रतियोगिता आयोजित किये गये। कार्यक्रम की अध्यक्षता मानविकी एवं भाषा संकाय के अधिष्ठाता एवं हिंदी विभागाध्यक्ष प्रो. राजेंद्र सिंह बड़गूजर ने की। वही कार्यक्रम के संयोजक हिंदी विभाग के सह आचार्य डॉ. अंजनी कुमार श्रीवास्तव थे। कार्यक्रम के निर्णायक मंडल के सदस्यों में अंग्रेजी विभाग के सहायक आचार्य डॉ. उमेश पात्रा, शैक्षिक अध्ययन विभाग की सहायक आचार्य डॉ. रश्मि श्रीवास्तव तथा संस्कृत विभाग के सहायक आचार्य डॉ. बबलू पाल शामिल रहे।कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्रो. राजेंद्र सिंह ने कहा कि ‘हिंदी लोक की भाषा है लोकभाषा के कारण ही कोई भाषा शक्तिशाली बनती है।

उन्होने हिंदी के विकास में अहिंदी भाषियों के योगदान को भी रेखांकित किया। कार्यक्रम के संयोजक हिंदी विभाग के सह आचार्य डॉ. अंजनी कुमार श्रीवास्तव ने अपने स्वागत वक्तव्य में कहा कि ‘हिंदी दुनिया की सर्वाधिक बोली जाने वाली भाषा है, हिंदी किसी पर थोपी नहीं गई अपितु आम जनता द्वारा सहज स्वीकार की गई भाषा है। निर्णायक मंडल के सदस्य डॉ. उमेश पात्रा ने कहा कि ‘विद्यार्थियों को अपनी कविता को आत्मसात करते हुए कविता का पाठ करना चाहिए तथा अपनी कविता के साथ न्याय करना चाहिए। उन्होंने हिंदी की समृद्ध भाषिक परंपरा की भी चर्चा की। कार्यक्रम में हिंदी विभाग के सहायक आचार्य डॉ. गोविंद प्रसाद वर्मा, हिंदी की सहायक आचार्य डॉ. गरिमा तिवारी तथा हिंदी की सहायक आचार्य डॉ. आशा मीणा भी उपस्थित रहीं।काव्य पाठ प्रतियोगिता’ में 10 प्रतिभागियों ने काव्यपाठ किया। जिनमें मुकेश कुमार यादव,कविता कुमारी, अंजली कुमारी, मनोज कुमार, मनु भगत, संजना कुमारी, श्वेता कुमारी, रूपेश कुमार, शालिनी कुमारी, सोनी कुमारी आदि ने अपनी प्रस्तुति दी। प्रथम पुरस्कार मनु भगत परास्नातक तृतीय सत्र, द्वितीय पुरस्कार मुकेश कुमार यादव शोधार्थी, हिंदी विभाग तथा तृतीय पुरस्कार अंजली कुमारी और मनोज कुमार परास्नातक को प्राप्त हुआ।कार्यक्रम के प्रथम चरण का संचालन कार्यक्रम के आयोजन सचिव विकास कुमार शोधार्थी, हिंदी विभाग तथा दूसरे चरण का संचालन कार्यक्रम के सह संयोजक अशर्फीलाल शोधार्थी, हिंदी विभाग ने किया।वही धन्यवाद ज्ञापन कार्यक्रम के सह संयोजक सुनंदा गराईं शोधार्थी, हिंदी विभाग ने किया।

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(Udaipur Kiran) / आनंद कुमार

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