
– दिल्ली विवि में आयाेजित छात्रा सम्मान समारोह ‘स्वयंसिद्धा’ में रेखा गुप्ता ने की घाेषणा
नई दिल्ली, 1 सितंबर (Udaipur Kiran) । प्रदेश सरकार दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्रों के कल्याण के लिए हर संभव कार्य करेगी और जल्द ही दिल्ली मेट्रो पास को भी उपलब्ध करवाएगी। यह बातें दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कही। वह दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ (डूसू) में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) के छात्रा सम्मान समारोह ‘स्वयंसिद्धा’ में कहा।
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता, अभाविप की अखिल भारतीय छात्रा प्रमुख मन्नू शर्मा कटारिया, राष्ट्रीय मंत्री शिवांगी खरवाल, डूसू के उपाध्यक्ष भानु प्रताप सिंह एवं छात्रसंघ सचिव मित्रविंदा कर्णवाल ने दीप प्रज्ज्वलन करके किया। इस दाैरान मुख्यमंत्री ने खेल, अकादमिक समेत विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली 500 छात्राओं को प्रशस्ति पत्र एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।
स्वयंसिद्धा कार्यक्रम काे सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि आज इस कार्यक्रम में उपस्थित होकर मुझे अपने कॉलेज के दिन याद आ गए, जहां मैंने एक सामान्य छात्र की तरह अपने जीवन की शुरुआत की थी और आज दिल्ली की मुख्यमंत्री तक पहुंची हूं। उन्होंने कहा कि जो कुछ सिखा इस विद्यार्थी परिषद की देन है। उन्होंने ‘स्वयंसिद्धा’ कार्यक्रम आयोजित करने के लिए अभाविप को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह आंकड़े सिर्फ आंकड़े नहीं यह एक प्रेरणा है, जिससे हर एक छात्रा को प्रेरणा मिलेगी।
अभाविप की राष्ट्रीय मंत्री शिवांगी खरवाल ने कहा कि वर्ष 2014 से शुरू हुई स्वयंसिद्धा की यह यात्रा एक विचार है, एक संकल्प है जो हमें बताती है कि छात्राएं किसी से कम नहीं, वो जो चाहें वो कर सकती है। उन्होंने कहा कि ‘स्वयंसिद्धा’ लाखों छात्राओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है जो एक माध्यम बनता है नेतृत्व करने का।
उन्होंने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद एकमात्र ऐसा छात्र संगठन है जो सिर्फ छात्राओं के हक की आवाज ही नहीं उठाता बल्कि उनको पूरा भी करवाता है। स्वयंसिद्धा से लेकर मिशन साहसी तक इसके उदाहरण है।
दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ की सचिव मित्रविंदा कर्णवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री को दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्रों के लिए यू स्पेशल बस शुरू करने एवं विश्वविद्यालय के छात्रों के लिए मेट्रो पास के सकारात्मक आश्वासन देने के लिए धन्यवाद देना चाहती हूं। उन्होंने कहा कि स्वयंसिद्धा का यह कार्यक्रम छात्रों की योग्यता और क्षमता को सम्मानित करने के उद्देश्य से 2014 में 200 छात्राओं के साथ शुरू हुआ था और आज के कार्यक्रम में 2500 छात्राओं की उपस्थिति हमें बता रही है कि छात्रा शक्ति कैसे आगे बढ़ रही है।
उन्होंने कहा कि अभाविप छात्राओं को हर स्तर पर आगे बढ़ाने का प्रयास कर रही है, तो वहीं दूसरी तरफ ऐसे भी छात्र संगठन है जिनका कोई स्पष्ट विजन नहीं है।
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(Udaipur Kiran) / माधवी त्रिपाठी
